जेपी नड्डा का तंज, परिवारों के सेवक बन गए हैं विपक्षी दल
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि किसी बच्चे की मातृको प्राथमिक स्तर पर शिक्षा का माध्यम बनाने वाली नई शिक्षा नीति के विशिष्ट बिंदुओं पर प्रकाश डाले जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “18 करोड़ सदस्यों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद, भाजपा एक मात्र दल है जिसके लिये संगठन अपने आप में परिवार है।” उन्होंने कहा कि जब किसी दल का संचालन एक नेता के घर से होता है तब संगठन व्यक्तियों का सेवक बन जाता है और देश में अधिकतर राजनीतिक दलों के साथ यही हुआ है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय साझेदारी और विचारधारा के लिये खड़े होने के मूल्य पैदा कर एक पार्टी कार्यकर्ता के विकास में बड़ा और अनौपचारिक योगदान करते हैं। प्रमुख स्थल पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त पार्टी दफ्तर के निर्माण की योजना के लिये नड्डा ने पार्टी के नेताओं को बधाई देते हुए कहा कि इसे डिजिटल मंचों का अधिकतम इस्तेमाल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गए अच्छे कामों को लोगों तक पहुंचाने के लिये वाहक के तौर पर काम करना चाहिए।अगर कार्यालय किसी नेता के घर से चलता है तो संगठन-पार्टी व्यक्ति की हो जाती है।
— BJP (@BJP4India) October 17, 2020
आपने देखा होगा कि अन्य पार्टियां परिवार की पार्टी बन गई हैं, जबकि भाजपा में पार्टी ही परिवार है।
18 करोड़ सदस्यों वाली विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा आज एक परिवार के रूप में खड़ी है: श्री @JPNadda pic.twitter.com/GiHFJ5wDzu
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उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर व्हाट्सऐप समूह बनाने और हर 15 दिन पर इसमें सामग्री साझा करने को कहा। नड्डा ने कहा, “उदाहरण के लिये, प्रधानमंत्री ने हाल में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना शुरू की। यह किसानों को स्वतंत्रता देने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। हमें डिजिटल मंचों का इस्तेमाल कर लोगों को ऐसी चीजों के बारे में जानकारी देनी चाहिए।” उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने हाल में संयुक्त राष्ट्र महासभा में मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता का मुद्दा उठाया था। ऐसी वीडियो क्लिप पार्टी कार्यकर्ताओं को शिक्षित करने के लिये व्हाट्सऐप समूहों पर साझा की जा सकती हैं।” भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि किसी बच्चे की मातृको प्राथमिक स्तर पर शिक्षा का माध्यम बनाने वाली नई शिक्षा नीति के विशिष्ट बिंदुओं पर प्रकाश डाले जाने की जरूरत है।
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