विपक्ष चाहता है कि कोरोना पर प्रधानमंत्री सभी पार्टियों से बातचीत करें: शरद पवार
राज्यों में नये निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से औद्योगिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिये नयी नीतियां अपनाई जानी चाहिए। आयात, निर्यात एवं अंतरर्देशीय जल परिवहन बढ़ाने के लिये उद्योगपतियों, उद्यमियों तथा विशेषज्ञों के साथ परामर्श किया जाना चाहिए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख ने कहा, ‘‘समान विचारधारा वाले दल केंद्र सरकार से 10 सूत्री मांगों को फौरन लागू करने की सामूहिक रूप से मांग करने जा रहे हैं।’’ बैठक में, उन्होंने आयात, निर्यात एवं अंतर्देशीय जल परिवहन बढ़ाने के लिये उद्योगपतियों एवं विशेषज्ञों के साथ परामर्श करने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘राज्यों में नये निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से औद्योगिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिये नयी नीतियां अपनाई जानी चाहिए। आयात, निर्यात एवं अंतरर्देशीय जल परिवहन बढ़ाने के लिये उद्योगपतियों, उद्यमियों तथा विशेषज्ञों के साथ परामर्श किया जाना चाहिए। ’’ उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि राज्य सरकारें लॉकडाउन के नियमों में छूट दे रही हैं, लेकिन फैक्टरियां आसानी से उत्पादन बहाल नहीं कर सकती क्योंकि कामगार अपने घर लौट गये हैं।We have decided to appeal to the @PMOIndia to immediately reach out to, and engage in a dialogue with all political parties in a systematic manner, listen seriously to the suggestions that we have to make, ...
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) May 22, 2020
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उन्होंने इन कामगारों को वापस लाने के लिये एक रणनीति बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन ने परिवहन सेवाओं को बाधित कर दिया है और राज्यों के अंदर क्रमिक रूप से सड़क परिवहन बहाल कने के लिये कदम उठाये जाने चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चलते अगले अकादमिक वर्ष में छात्रों की संख्या घटेगी। वित्तीय नुकसान के चलते कुछ शैक्षणिक संस्थानों के बंद हो जाने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘‘समय रहते उपाय करने के लिये एक समिति बनाई जानी चाहिए।
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