हमारे लिये खुला है सपा-बसपा से गठबंधन का विकल्प: ओम प्रकाश राजभर
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी सपा और बसपा के किसी नेता से इस संबंध में कोई बातचीत हुई है, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी इस सिलसिले में दोनों दल के किसी नेता से अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है।
बलिया (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और राज्य के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि भाजपा से बात नहीं बनी तो उनके दल के लिये सपा-बसपा गठबंधन से तालमेल का विकल्प खुला है। राजभर ने सीबीआई के छापे के विरोध में धरना करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी खुलकर समर्थन किया। प्रदेश के दिव्यांग जन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर ने सोमवार रात संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अगर अगले लोकसभा चुनाव के लिये भाजपा से बात नहीं बनी तो उनके दल के लिये सपा-बसपा गठबंधन से तालमेल का विकल्प खुला हुआ है।
आज रामलीला मैदान जनपद इटावा में @SBSP4INDIA सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी द्वारा आयोजित गुलामी छोड़ो समाज जोड़ो,जनसभा को संबोधित किया। pic.twitter.com/EUIkK33uT6
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) February 3, 2019
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी सपा और बसपा के किसी नेता से इस संबंध में कोई बातचीत हुई है, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी इस सिलसिले में दोनों दल के किसी नेता से अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है। मालूम हो कि प्रदेश सरकार की अक्सर कड़ी आलोचना करने वाले मंत्री राजभर ने भाजपा को पहले ही अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 24 फरवरी तक पिछड़े वर्गों के लिये आरक्षण के भीतर आरक्षण की व्यवस्था लागू नहीं करती है तो उनकी पार्टी भाजपा से नाता तोड़कर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। पूर्वांचल के कुछ इलाकों में सियासी असर रखने वाली सुभासपा के प्रदेश विधानसभा में चार विधायक हैं।
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पश्चिम बंगाल के ताजा घटनाक्रम के संबंध में सवाल करने पर उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बचाव किया। उन्होंने सीबीआई की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि शारदा घोटाले के मुख्य आरोपी मुकुल रॉय के यहाँ सीबीआई ने छापेमारी क्यों नहीं की, जो भाजपा में शामिल हो गये हैं। राजभर ने पश्चिम बंगाल के ताजा घटनाक्रम को चुनावी ड्रामा करार दिया। उन्होंने सवाल किया कि न्यायालय द्वारा रोक के बावजूद सीबीआई की टीम ने आखिर किसके आदेश पर कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर पर छापा मारा।
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