पद्म श्री से सम्मानित वयोवृद्ध शिक्षक नंदा प्रुष्टी का निधन, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया शोक
पुरस्कार लेने से ठीक पहले वयोवृद्ध शिक्षक ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आशीर्वाद देने के लिए दोनों हाथ उठाया और राष्ट्रपति ने भी दोनों हाथ जोड़ सम्मानपूर्वक अपना सिर झुकाया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हो गई।
जाजपुर। ओडिशा में पिछले सात दशकों से गांव के बच्चों और बुजुर्गों को नि:शुल्क शिक्षा दे रहे आठवीं पास शिक्षक नंदा प्रुष्टी का निधन हो गया है। वह 104 साल के थे। शिक्षक नंदा प्रुष्टी निधन भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में हुआ। वह ‘नंदा मास्टर’ के नाम से लोकप्रिय हैं। उन्हें शिक्षा और समाज सेवा में लंबे समय तक योगदान देने के लिए नौ नवंबर को पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा गया था। पुरस्कार लेने से ठीक पहले वयोवृद्ध शिक्षक ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आशीर्वाद देने के लिए दोनों हाथ उठाया और राष्ट्रपति ने भी दोनों हाथ जोड़ सम्मानपूर्वक अपना सिर झुकाया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हो गई। नंदा प्रुष्टी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक जताया है।
अपने ट्वीट में रामनाथ ने लिखा कि श्री नंदा प्रुस्टी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। 'नंदा सर' ने लगन से शिक्षा का आनंद फैलाया। पिछले महीने जब मैंने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया था, तब मुझे आशीर्वाद देने का उनका इशारा मेरी याद में बना रहेगा। उनकी समृद्ध विरासत कायम रहे! उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि आदरणीय ‘नंदा सर’ को ओडिशा में शिक्षा का प्रसार करने के लिए पीढियां याद करेंगी। वहीं प्रुष्टीके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘ देश हमेशा निस्वार्थ सेवा के लिए उन्हें याद रखेगा।’’Sad to learn about the demise of Shri Nanda Prusty. ‘Nanda sir’ spread joy of education with dedication. His gesture of blessing me when I conferred him with Padma Shri last month will remain etched in my memory. May his rich legacy endure! Condolences to his family & admirers. pic.twitter.com/tJb48zDbTf
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 7, 2021
जाजपुर जिले के सुकिंडा प्रखंड के कांटीरा गांव के रहनेवाले प्रुष्टी को 29 नवंबर को खांसी-जुकाम और उम्र संबंधी परेशानियों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। उसी रात स्थिति बिगड़ने पर उन्हें जिला मुख्यालय अस्पताल में भेजा गया और 30 नवंबर को शिक्षक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए, जिसके बाद उन्हें पिछले शनिवार को भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। उनके पोते खगेश्वर प्रुष्टी और अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि आज अपराह्न एक बजकर 28 मिनट पर उनका निधन हो गया। नंदा प्रुष्टी के दो बेटे हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ शिक्षा के क्षेत्र में उनका अमूल्य योगदान और आजीवन सेवा हमेशा एक आदर्श के रूप में रहेगा। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’ ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।ଶ୍ରୀଯୁକ୍ତ ନନ୍ଦ ପୃଷ୍ଟିଙ୍କ ବିୟୋଗ ଖବର ଶୁଣି ମୁଁ ଦୁଃଖିତ । ଓଡ଼ିଶାରେ ଶିକ୍ଷାର ପ୍ରସାର ପାଇଁ ସମ୍ମାନନୀୟ ନନ୍ଦ ସାରଙ୍କ ଉଦ୍ୟମ ଅନେକ ପିଢ଼ି ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ସ୍ମରଣୀୟ ହୋଇ ରହିବ । ଗତ କିଛି ସପ୍ତାହ ପୂର୍ବରୁ ଆୟୋଜିତ ପଦ୍ମ ପୁରସ୍କାର ସମାରୋହରେ ସେ ଦେଶର ଦୃଷ୍ଟି ଆକର୍ଷଣ କରିବା ସହ ଦେଶବାସୀଙ୍କ ଶ୍ରଦ୍ଧାର ପାତ୍ର ହୋଇଥିଲେ । ଓଁ ଶାନ୍ତି pic.twitter.com/Wzdh0Z6KVb
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2021
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