कश्मीर में हथियार भेजने की पाकिस्तान की कोशिश नाकाम, सेना ने चार राइफल बरामद कीं

Kashmir

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सतर्क सैनिकों ने उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से हथियार भेजने की पाकिस्तान की कोशिश को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि सेना ने दो-तीन लोगों को किशनगंगा नदी में एक रस्सी से बंधी ट्यूब में कुछ चीजें भेजते देखा।

श्रीनगर। पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा के पार से जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में हथियार और गोला-बारूद भेजने के प्रयास को सेना ने विफल कर दिया। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि सेना ने एके 74 राइफल समेत हथियारों का जखीरा बरामद किया है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सतर्क सैनिकों ने उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से हथियार भेजने की पाकिस्तान की कोशिश को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि सेना ने दो-तीन लोगों को किशनगंगा नदी में एक रस्सी से बंधी ट्यूब में कुछ चीजें भेजते देखा। अधिकारी के अनुसार, सैनिक तत्काल मौके पर पहुंचे और उन्होंने चार एके74 राइफल, आठ मैगजीन और दो बैग में बंद 240 कारतूस बरामद किये। इलाके को घेर लिया गया और तलाशी अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से हथियार और गोलाबारुद की तस्करी करने की आतंकियों की एक और साजिश थी, लेकिन चौकन्ने सैनिकों की त्वरित कार्रवाई ने इसे सफलतापूर्वक विफल कर दिया। श्रीनगर स्थित चिनार कोर के कोर कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू ने कहा कि पाकिस्तान की मंशा में कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने यहां पास ही रंगरेथ इलाके में एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘पाकिस्तान ने आज सुबह केरन सेक्टर में किशनगंगा नदी के रास्ते चार एके 74 राइफल और एक ट्यूब में गोला-बारूद का जखीरा भेजने की कोशिश की, लेकिन हमारे चौकन्ने सैनिकों ने निगरानी उपकरणों की मदद से जखीरे को बरामद कर लिया। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान की मंशा में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हम भविष्य में भी उनकी कोशिशों को नाकाम करते रहेंगे।’’ 

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कोर कमांडर ने कहा, ‘‘केरन, तंगधार, जम्मू सेक्टर और पंजाब में भी इस तरह की कोशिशें हुई हैं। इसका मुख्य मकसद कश्मीर के लोगों को हमेशा आतंकवाद में लिप्त रखना है। लेकिन हमारा संकल्प हथियार इस तरह आने से रोकने का है ताकि यहां लोगों को कम से कम नुकसान हो। हमें इसमें लोगों से सहयोग की अपेक्षा है ताकि हम आतंकवाद को रोक सकें।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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