वाघा बॉर्डर के जरिए 20 मछुआरों की वतन वापसी, 4 साल से कराची की लांडी जेल में थे कैद

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पाकिस्तान ने 20 मछुआरों को रिहा किया, मछुआरों को वाघा बॉर्डर के जरिए भारत को सौंपा गया। प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि 20 मछुआरे 2017 में मछली पकड़ने के लिए गुजरात के तटीय इलाके के भीतर होते हुए अपनी कश्ती समुद्र में लेकर गए थे। नेविगेशन नहीं होने की वजह से वो पाक सीमा में चले गए थे।

नयी दिल्ली। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की जेल में कैद 20 मछुआरों की वतन वापसी हो चुकी है। आपको बता दें कि पाकिस्तान ने सोमवार को 20 मछुआरों को वाघा बॉर्डर के जरिए भारत को सौंप दिया है। इन 20 मछुआरों में से 3 की उम्र 20 साल से कम बताई जा रही है। साल 2017 में यह सभी लोग मछली पकड़ते रास्ता भटक गए और पाकिस्तान के इलाके में जा पहुंचे थे। जहां पर इन्हें गिरफ्तार कर लिया और कराची की लांडी जेल में कैद कर दिया गया था। 4 साल की कैद के बाद आज इन लोगों की रिहाई हुई है। 

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मछुआरे भटक गए थे रास्ता

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पाकिस्तान ने 20 मछुआरों को रिहा किया, मछुआरों को वाघा बॉर्डर के जरिए भारत को सौंपा गया। प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि 20 मछुआरे 2017 में मछली पकड़ने के लिए गुजरात के तटीय इलाके के भीतर होते हुए अपनी कश्ती समुद्र में लेकर गए थे। उन्होंने कहा कि नेविगेशन नहीं होने की वजह से वो पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। कराची की लांडी जेल में 4 साल की सजा के बाद उन्हें छोड़ा गया है।

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की जेलों में अभी भी 588 मछुआरे कैद हैं। जिनमें से अधिकतर तो कराची की लांडी जेल में ही हैं। हालांकि, 20 मछुआरों की सजा पूरी हो जाने के बाद इन्हें रविवार को पाकिस्तान ने रिहा कर दिया था। जिसके बाद सोमवार को उनकी वतन वापसी हुई है। 20 मछुआरों में से 3 की उम्र 20 साल से कम बताई जा रही है।

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