परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में पीएम मोदी का संबोधन, छात्रों को दिया मूल मंत्र
परीक्षा पे चर्चा पर बोलते हुए PM मोदी ने कहा, खाली समय एक अवसर है। आपके दिनचर्या में खाली समय के पल होने ही चाहिए, नहीं तो ज़िंदगी रोबोट की तरह हो जाती है। खाली समय में आप ऐसा कुछ कर सकते हैं जिससे आपको सुख मिलता हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छात्रों और अभिभावकों के साथ 'परीक्षा पे चर्चा 2021' कर रहे हैं। बढ़ते कोरोना के कहर के बीच पीएम मोदी बोर्ड का परीक्षा दे रहे छात्रों के सवालों का जवाब दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पर चर्चा के दौरान कहा कि, हमें बच्चों पर दबाव नहीं बढ़ाना चाहिए। अगर बाहर का दबाव खत्म हो गया तो परीक्षा का दबाव कभी महसूस नहीं होगा।आत्मविश्वास फलेगा-फूलेगा। बच्चों को घर में तनाव मुक्त जीना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छात्रों और अभिभावकों के साथ 'परीक्षा पे चर्चा 2021' कर रहे हैं। pic.twitter.com/tbimXuXgtF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 7, 2021
उन्होंने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि,आजकल बच्चों का आकलन परीक्षा के नतीजों तक ही सीमित हो गया है। परीक्षा में अंकों के अलावा भी बच्चों में कई ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें अभिभावक देख नहीं पाते। परीक्षा एक प्रकार से लंबी जिंदगी जीने का अवसर है। समस्या तब होती है, जब हम परीक्षा को जीवन-मरण का सवाल बना देते हैं।
इसे भी पढ़ें: राकेश टिकैत बोले- किसानों को कमजोर नहीं समझे सरकार
परीक्षा पे चर्चा पर बोलते हुए PM मोदी ने कहा, खाली समय एक अवसर है। आपके दिनचर्या में खाली समय के पल होने ही चाहिए, नहीं तो ज़िंदगी रोबोट की तरह हो जाती है। खाली समय में आप ऐसा कुछ कर सकते हैं जिससे आपको सुख मिलता हो। आपको यह भी ध्यान रखना है कि खाली समय में हमें क्या नहीं करना चाहिए।
बता दें कि इस वक्त एग्जाम की तैयारी कर रहे बच्चों के भीतर बढ़ रहे दबाव को कम करने और बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए पीएम मोदी छात्रों को मूल मंत्र दे रहे हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी साल 2018 से ही बच्चों से परीक्षा से पहले बाचतीच कर रहे हैं।
Free time is the best opportunity to learn new skills. #PPC2021 pic.twitter.com/t9GPgjk7wm
— PMO India (@PMOIndia) April 7, 2021
अन्य न्यूज़