- |
- |
लॉकडाउ में परिवार के साथ शतरंज खेलकर समय गुजार रहे शरद पवार
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- मार्च 25, 2020 15:07
- Like

पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने इंस्टाग्राम पर यहां एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उनके पिता उनके (सुप्रिया) और उनकी बेटी रेवती के साथ शतरंज खेलते हुए मग्न दिखाई दिए।
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार और उनके परिवार के सदस्य लॉकडाउन के दौरान शतरंज खेलकर समय गुजार रहे हैं। कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल 21 दिन के राष्ट्रीय बंद की घोषणा की थी। पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने इंस्टाग्राम पर यहां एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उनके पिता उनके (सुप्रिया) और उनकी बेटी रेवती के साथ शतरंज खेलते हुए मग्न दिखाई दिए।
बारामती लोकसभा सीट से सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि अपने पिता के साथ शतरंज खेलना कभी भी आसान नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (पवार) मुझे और मेरी बेटी को कुछ ही मिनटों में हरा दिया। हम किताबें पढ़ रहे हैं, परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। आप भी घर पर रहें और सुरक्षित रहें।कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में सोशल डिस्टन्सिंग यह वैश्विक समूह की रणनीति बननी चाहिए।#Social_Distancing#LetsFightCorona#StayHomeStaySafe#WarAgainstVirus pic.twitter.com/hJ2UaKUMJK
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) March 25, 2020
View this post on Instagram
A post shared by Supriya Sule (@supriyasule) on
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।नोट:कोरोना वायरस से भारत की लड़ाई में हम पूर्ण रूप से सहभागी हैं। इस कठिन समय में अपनी जिम्मेदारी का पूर्णतः पालन करते हुए हमारा हरसंभव प्रयास है कि तथ्यों पर आधारित खबरें ही प्रकाशित हों। हम स्व-अनुशासन में भी हैं और सरकार की ओर से जारी सभी नियमों का पालन भी हमारी पहली प्राथमिकता है।किरेन रिजिजू ने मोटेरा स्टेडियम का नामकरण PM मोदी पर करने का किया बचाव, कही यह अहम बात
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 25, 2021 08:18
- Like
खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट करके कहा, ‘‘पूरे खेल परिसर का नाम सरदार पटेल एनक्लेव है। केवल क्रिकेट स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम किया गया है। यह स्टेडियम भी इस परिसर के अंदर है। ’’
नयी दिल्ली। खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम का नामकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर करने का बचाव करते हुए कहा कि पूरा खेल परिसर अब भी देश के पहले गृहमंत्री के नाम पर है। इस एक लाख 32 हजार दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम का बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उद्घाटन किया। रिजिजू ने ट्वीट करके कहा, ‘‘पूरे खेल परिसर का नाम सरदार पटेल एनक्लेव है। केवल क्रिकेट स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम किया गया है। यह स्टेडियम भी इस परिसर के अंदर है। ’’
इसे भी पढ़ें: दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का राष्ट्रपति ने किया उद्घाटन, अब नाम होगा नरेंद्र मोदी स्टेडियम
उन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा आलोचना के संदर्भ में कहा, ‘‘विडंबना देखिये कि जिस ‘परिवार’ ने कभी सरदार पटेल का, यहां तक कि उनके निधन के बाद भी सम्मान नहीं किया, वही अब हो हल्ला मचा रहा है। ’’ रिजिजू ने ट्विटर पर कहा, 2007 में सोनिया गांधी अरूणाचल प्रदेश आई थीं और अरूणाचल विश्वविद्यालय का नाम बदलकर राजीव गांधी विश्वविद्यालय कर दिया। राजीव गांधी पोलिटेक्निक की नींव रखी जबकि इंदिरा गांधी पार्क, राजीव गांधी स्टेडियम, नेहरू म्यूजियम, जवाहर लाल नेहरू कॉलेज है और इसकी सूची अंतहीन है...
पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि समस्या सिर्फ इसलिए है क्योंकि सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव में कई सुविधाओं में से एक क्रिकेट स्टेडियम का नाम मोदी के नाम पर रखा गया है। मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर पटलवार करते हुए कहा कि वह भूल गए हैं कि अडानी छोर तब का है जब गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन पर कांग्रेस के नेताओं का कब्जा था। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को याद नहीं है कि देश में 22 बड़े स्टेडियमों का नाम उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के नाम पर हैं जो उनके पिता के नाना हैं।
इसे भी पढ़ें: मोदी के नाम पर स्टेडियम, कांग्रेस ने कहा- अब लौह पुरुष सरदार पटेल को भी वणक्कम !
गांधी ने दावा किया कि स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री के नाम पर होने, दो छोर के नाम कार्पोरेट घरानों के नाम पर होने और गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र की क्रिकेट प्रशासन में शामिल होने से सच्चाई सामने आ गई है। गांधी ने ‘हम दो हमारे दो’ हैशटैग के साथ ट्वीट किया, ‘‘सच कितनी खूबी से सामने आता है। नरेंद्र मोदी स्टेडियम-अडाणी छोर- रिलायंस छोर। जय शाह की अध्यक्षता।
In 2007, Smt Sonia Gandhi came to Arunachal Pradesh and changed beautiful Arunachal University as Rajiv Gandhi University, laid foundation for Rajiv Gandhi Polytechnic, after having Indira Gandhi Park, Rajiv Gandhi Stadium, Nehru Museum, Jawahar Nehru College, list is endless... https://t.co/Cdl7LAyc8w
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) February 24, 2021Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।नोट:कोरोना वायरस से भारत की लड़ाई में हम पूर्ण रूप से सहभागी हैं। इस कठिन समय में अपनी जिम्मेदारी का पूर्णतः पालन करते हुए हमारा हरसंभव प्रयास है कि तथ्यों पर आधारित खबरें ही प्रकाशित हों। हम स्व-अनुशासन में भी हैं और सरकार की ओर से जारी सभी नियमों का पालन भी हमारी पहली प्राथमिकता है।दिल्ली में 15 साल में सबसे गर्म दिन रहा बुधवार, तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 25, 2021 08:09
- Like
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। वहीं हवा में आर्द्रता का स्तर 100 फीसदी दर्ज किया गया।
दिल्ली। दिल्ली में बीते 15 साल में फरवरी महीने में बुधवार सबसे गर्म दिन रहा। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि बुधवार को अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार सुबह मौसम गर्म रहने के साथ ही उमस भरा रहा और हवा में आर्द्रता का स्तर 100 फीसदी तक दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
इसे भी पढ़ें: दिल्ली ने सुबह सुबह ओढ़ ली घने कोहरे की चादर, ठंड बढ़ी
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। वहीं हवा में आर्द्रता का स्तर 100 फीसदी दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान मंगलवार को 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
इसे भी पढ़ें: दिल्ली में सुबह छाया रहा घना कोहरा, न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस हुआ दर्ज
आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी में पिछली बार सबसे अधिक तापमान 2006 में दर्ज किया गया जब पारा 34.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। साल 2009 से 2020 के बीच फरवरी के महीने में सबसे अधिक पारा 2017 में 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2020 में अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, 2019 में 28.1 और 2018 में 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।नोट:कोरोना वायरस से भारत की लड़ाई में हम पूर्ण रूप से सहभागी हैं। इस कठिन समय में अपनी जिम्मेदारी का पूर्णतः पालन करते हुए हमारा हरसंभव प्रयास है कि तथ्यों पर आधारित खबरें ही प्रकाशित हों। हम स्व-अनुशासन में भी हैं और सरकार की ओर से जारी सभी नियमों का पालन भी हमारी पहली प्राथमिकता है।किसानों को गुमराह करना पाप,न मंडियां बंद होंगी न एमएसपी पर खरीद: योगी आदित्यनाथ
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 24, 2021 20:51
- Like
उन्होंने केहा कि करार वैकल्पिक है न कि बाध्यकारी, इन सबके बावजूद कुछ लोग किसानों को भ्रमित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वस्त करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा है कि प्रदेश में न तो कृषि उपज मंडी बंद होगी, न ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल की खरीद बंद होने वाली है।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि कृषि कानूनों के नाम पर किसानों को गुमराह करना पाप है और नए कृषि कानून किसानों की राय से बने हैं, जिसमें किसानों का हित पूरी तरह सुरक्षित है। योगी ने कहा कि किसानों की जमीन उनकी ही रहेगी और करार सिर्फ उपज का होगा। उन्होंने केहा कि करार वैकल्पिक है न कि बाध्यकारी, इन सबके बावजूद कुछ लोग किसानों को भ्रमित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वस्त करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा है कि प्रदेश में न तो कृषि उपज मंडी बंद होगी, न ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल की खरीद बंद होने वाली है।
योगी ने विधानसभा में बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा कि न्यून्तम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद का नियम भले ही दशकों पहले बना दिया गया हो, लेकिन क्रय केंद्रों का इंतजाम नहीं किया गया और अब न केवल मंडियों को तकनीक से जोड़ा जा रहा है, बल्कि किसानों को अपनी वन नेशन-वन मंडी की अवधारणा के साथ उनकी इच्छानुसार कहीं भी उपज बेचने की व्यवस्था दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडियों को बंद करना होता तो सरकार लगातार उनका आधुनिकीकरण नहीं करती। प्रदेश सरकार 27 मंडियों को आधुनिक किसान मंडियों के रूप में विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान कानून के हवाले से भ्रमजाल रचते हुए कुछ लोग एमएसपी खत्म होने की बात कह रहे हैं, जबकि किसान जानता है कि यही वह सरकार है जिसने हर साल एमएसपी में बढ़ोतरी की। उन्होंने कहा कि मक्का के लिए भी एमएसपी की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान जब पूरी दुनिया ठप पड़ गयी थी, उस दौरान भी हमने किसानों के हितों का पूरा ख्याल रखा और हमने गेहूं की खरीद की।Uttar Pradesh is the first state to not only announce maintenance allowance for workers, street vendors & rickshaw drivers but also make it available during emergency (#COVID19): CM Yogi Adityanath in State Assembly pic.twitter.com/UFO9UZQz8d
— ANI UP (@ANINewsUP) February 24, 2021इसे भी पढ़ें: UP में धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक पास, CM योगी बोले- टोपी देखकर ढाई साल के बच्चे ने कहा-ये देखो गुंडा
उन्होंने कहा कि इसी दौरान 37 गोदामों का शिलान्यास हुआ और किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए मंडी शुल्क को दो प्रतिशत से घटाकर एक फीसद किया गया। योगी ने कहा कि 45 जिंसों पर मंडी शुल्क माफ किया और इस दौरान जब देश की आधे से अधिक चीनी मिलें बंद थी उस समय भी प्रदेश की सभी 119 चीनी मिलें चलीं और 31 करोड़ कुंतल गन्ने की पेराई कर किसानों को 5954 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। उन्होंने कहा कि इसी दौरान सरकार ने किसान कल्याण मिशन के नाम से एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया और किसानों के हित के लिए इस वर्ष आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजनाशुरू की गई है। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में केंद्र और राज्य सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से विपक्ष को ये सब काम नहीं दिखते, दरअसल इन लोगों ने किसानों को सिर्फ वोट बैंक समझा उनके हित में कभी काम ही नहीं किया और अब जब केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों के हितों के प्रति संकल्पित है तो इनके पेट में दर्द हो रहा है।
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।नोट:कोरोना वायरस से भारत की लड़ाई में हम पूर्ण रूप से सहभागी हैं। इस कठिन समय में अपनी जिम्मेदारी का पूर्णतः पालन करते हुए हमारा हरसंभव प्रयास है कि तथ्यों पर आधारित खबरें ही प्रकाशित हों। हम स्व-अनुशासन में भी हैं और सरकार की ओर से जारी सभी नियमों का पालन भी हमारी पहली प्राथमिकता है।लेटेस्ट अपडेट
लेटेस्ट वीडियो
सब्सक्राइब न्यूज़लेटर
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.Accept