नॉर्थ ईस्ट में लौट आई है शांति, किरेन रिजिजू बोले- असम-अरुणाचल सीमा मुद्दे के समाधान की प्रक्रिया हो चुकी है शुरू

Kiren Rijiju
प्रतिरूप फोटो

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि पहली बार ऐसा महसूस हो रहा है कि पूर्वोत्तर मुख्यधारा बन गया है। हम हमेशा सुनते थे कि पूर्वोत्तर को मुख्यधारा से जोड़ना है। अफस्पा को हटाना ये एक क्रांतिकारी फैसला है। उन्होंने कहा कि असम, नागालैंड और मणिपुर के प्रमुख क्षेत्रों से अफस्पा को हटाने का फैसला एक क्रांतिकारी निर्णय है।

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता किरेन रिजिजू ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अफस्पा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैं आपको गर्व और संतुष्टि की भावना के साथ संबोधित कर रहा हूं। पहली बार ऐसा महसूस हो रहा है कि पूर्वोत्तर मुख्यधारा बन गया है। हम हमेशा सुनते थे कि पूर्वोत्तर को मुख्यधारा से जोड़ना है। अफस्पा को हटाना ये एक क्रांतिकारी फैसला है।

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उन्होंने कहा कि असम, नागालैंड और मणिपुर के प्रमुख क्षेत्रों से आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट को हटाने का फैसला एक क्रांतिकारी निर्णय है। इसका मतलब ये है कि वहां शांति लौट आई है। कुछ जगह बच गई है, वहां भी जल्द स्थिति सामान्य हो जाएगी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी आपने देखा कि असम और मेघालय के बीच में जो मुख्य मुद्दा था, उसके पहले हिस्से का समाधान लगभग पूरा कर लिया गया है और दूसरे हिस्से का समाधान भी होने वाला है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही असम और अरुणाचल प्रदेश की सीमाओं को लेकर चल रहे मुद्दों पर भी गृहमंत्री अमित शाह जी के नेतृत्व में असम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात करके उनके समाधान की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि आज पूरे नार्थ ईस्ट में पूरी तरह से शांति कायम है। मैं देशवासियों को बताना चाहता हूं कि आज नॉर्थ ईस्ट में कोई भी आराम से जा सकता है और वहां आराम से घूम सकता है। इसके लिए मैं पूरे पूर्वोत्तर और सभी देशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री जी का अभिनंदन करना चाहता हूं।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में जो भी समझौते हुए हैं, जैसे बोडो समझौता, एनएलएफटी, ब्रू-रियांग समझौता, जैसे कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं, इनके कारण ही आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट को आज नार्थ ईस्ट के बड़े हिस्से से हटाया गया है और वहां शांति स्थापित हुई है। 

इसी बीच उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नॉर्थ ईस्ट में 50 बार से ज्यादा का दौरा किया है और उन्होंने वहां के लोगों से सीधे संवाद भी किया है।  

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गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को ऐलान किया था कि दशकों बाद नागालैंड, असम और मणिपुर में अफस्पा के तहत आने वाले अशांत क्षेत्रों को घटाया जा रहा है। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया था कि इस फैसले का मतलब यह नहीं है कि उग्रवाद प्रभावित इन राज्यों से अफस्पा को पूरी तरह से हटाया जा रहा है, बल्कि यह कानून तीन राज्यों के कुछ इलाकों में लागू रहेगा।

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