गोडसे विरोधी बैठक के लिये तमिलनाडु के संगठन ने दायर की याचिका
यह याचिका अभिनेता से राजनेता बने कमल हसन की उस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में आई है जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी के हत्या गोडसे के संदर्भ में कहा था कि स्वतंत्र भारत का पहला उग्रवादी हिंदू था।
चेन्नई। तमिलनाडु स्थित एक संगठन ने मद्रास उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की है कि वह उसे यहां नाथूराम गोडसे के खिलाफ बैठक आयोजित करने की अनुमति दें जिससे लोगों को बताया जा सके कि गोडसे ‘हिंदू कट्टरपंथी’ और महात्मा गांधी का हत्यारा था।
थंथाई पेरियार द्रविडर कषगम की तरफ से यह याचिका अधिवक्ता दोराइसामी ने दायर की थी। यह याचिका अभिनेता से राजनेता बने कमल हसन की उस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में आई है जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी के हत्या गोडसे के संदर्भ में कहा था कि स्वतंत्र भारत का पहला उग्रवादी हिंदू था।
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पिछले हफ्ते अरावाकुरिचि में एक चुनावी रैली में हसन ने कहा था, ‘‘स्वतंत्र भारत का पहला चरमपंथी हिंदू था, उसका नाम नाथूराम गोडसे है। वहां से (उग्रवाद जाहिर तौर पर) शुरू होता है।’’ संगठन ने मायलापोर में 26 मई को सभा करने की अनुमति मांगी है।
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