सरकार ने विकसित, समावेशी भारत निर्मित करने के लिए कड़ी मेहनत की: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत बदलाव के दौर से गुजर रहा है और पिछले चार वर्षों में सरकार ने विकसित और समावेशी देश निर्मित करने की ओर काम किया है।
स्टॉकहोम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत बदलाव के दौर से गुजर रहा है और पिछले चार वर्षों में सरकार ने विकसित और समावेशी देश निर्मित करने की ओर काम किया है। मोदी ने कल रात यहां स्टॉकहोम विश्वविद्यालय में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि पहले गरीबी उन्मूलन केवल बातों और नारों तक सीमित था लेकिन उनकी सरकार गरीबी उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है और वह अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सशक्तिकरण का इस्तेमाल हथियार के तौर पर कर रही है।
मोदी ने दर्शकों की ओर से तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, ‘देश बदलाव के दौर से गुजर रहा है। वर्तमान में, भारत में ऐसी सरकार है जो देश की प्रतिष्ठा, सम्मान और इसे 21वीं सदी में नई ऊंचाईयों तक ले जाने के लिए दिन रात काम कर रही है।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले चार वर्षों में सरकार ने विकसित और समावेशी भारत का निर्माण करने का काम किया है। उसने वर्ष 2022 तक नया भारत बनाने के लिए काम किया है।’
इस मौके पर मौजूद स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन ने कहा कि स्वीडन, भारत के साथ अपनी साझेदारी की बहुत कद्र करता है। उन्होंने नोर्डिक देश में योगदान के लिए भारतीय समुदाय की प्रशंसा की। मोदी ने अपने भाषण में कहा कि दुनिया में भारत का कद बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘चाहे अफ्रीका या छोटे प्रशांत देश या आसियान या यूरोप या एशिया हो, सभी देश भारत को एक विश्वस्त दोस्त के रूप में देख रहे हैं।’
Greeting the Indian community outside the Hotel as PM @narendramodi begins his bilateral visit to the United Kingdom with a breakfast meeting with the @theresa_may @10DowningStreet. Number of engagements lined up during the day. pic.twitter.com/YSzme9qmTO
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) April 18, 2018
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में सरकार जवाबदेही और पारदर्शिता के लिए प्रोद्योगिकी का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत में कारोबार करना आसान है और कारोबार सुगमता सूचकांक में देश ने 42वां स्थान हासिल किया है। मोदी ने अपने संबोधन में जीएसटी, जन धन योजना, आधार और मोबाइल प्रौद्योगिकी का जिक्र किया। उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत’ का भी जिक्र किया।
अन्य न्यूज़