आतंकवाद से लड़ने के लिए राजनीतिक दलों को एकजुट होने की जरूरत: आजाद

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[email protected] । Mar 2 2019 7:41PM

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोई भी युद्ध के पक्ष में नहीं है क्योंकि हमारी सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के अंदर वायुसेना का हमला देश, उसके नागरिकों या सैन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ नहीं था बल्कि आतंकवादी शिविरों पर था।

जम्मू। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि राजनीतिक दलों को अपने स्वार्थों से ऊपर उठकर और एकजुट होकर आतंकवाद को खत्म करना चाहिए जिसने कश्मीर घाटी में युवकों की एक पीढ़ी को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर शांति वार्ता नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि कोई भी युद्ध के पक्ष में नहीं है क्योंकि हमारी सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के अंदर वायुसेना का हमला देश, उसके नागरिकों या सैन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ नहीं था बल्कि आतंकवादी शिविरों पर था।

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राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘शुरू से ही हमारा रूख रहा है कि कांग्रेस आतंकवाद के खिलाफ है और उसका खात्मा करना चाहती है। इस दिशा में हमारे सुरक्षा बल जो भी कदम उठाएंगे, हम उसका स्वागत करेंगे।’ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कोई भी युद्ध के पक्ष में नहीं है... हम (भारत) युद्ध के पक्ष में नहीं हैं जो विदेश मंत्री और गृह मंत्री के बयानों से स्पष्ट था जो उन्होंने विपक्षी दलों के समक्ष दिए। हमारा (वायुसेना का) हमला पाकिस्तान, इसके लोगों या सैन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ नहीं था बल्कि यह आतंकवादी संगठनों के खिलाफ था। यह दुनिया की जिम्मेदारी है कि वह लड़ाई को आतंकवाद के खात्मे तक सीमित रखे।’

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उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर आतंकवाद से सबसे बुरी तरह प्रभावित है। घाटी में हमारे युवकों की एक पीढ़ी को आतंकवाद ने बर्बाद कर दिया। अगर इस खतरे का समाधान किया जाता है तो इससे राज्य और देश में खुशी आएगी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से न केवल राज्य में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है बल्कि यह देश के अन्य राज्यों के मुकाबले आर्थिक और शैक्षणिक रूप से भी पिछड़ गया है।

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