ऑक्सीजन उत्पादन के लिये नाइट्रोजन संयंत्रों के रूपांतरण की संभावना तलाश की जा रही है: सरकार
सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह ऑक्सीजन उत्पादन के लिये नाइट्रोजन संयंत्रों के रूपांतरण की संभावना तलाश रही है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 12 राज्यों में उपचाराधीन रोगियों की संख्या एक लाख से अधिक है जबकि सात राज्यों में मरीजों की तादाद 50 हजार से एक लाख और 17 राज्यों में 50 हजार से कम है।
नयी दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह ऑक्सीजन उत्पादन के लिये नाइट्रोजन संयंत्रों के रूपांतरण की संभावना तलाश रही है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 12 राज्यों में उपचाराधीन रोगियों की संख्या एक लाख से अधिक है जबकि सात राज्यों में मरीजों की तादाद 50 हजार से एक लाख और 17 राज्यों में 50 हजार से कम है। मंत्रालय के अनुसार दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में दैनिक मामलों में कमी के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन विश्लेषण के लिहाज से यह बहुत शुरुआती रूझान हैं।
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मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के नए रोगियों के सामने आने और पुराने मरीजों के ठीक होने के बीच अंतर बढ़ना सकारात्मक संकेत है, लेकिन उपराचाधीन रोगियों के मामले में चुनौतियां बरकरार हैं। मंत्रालय ने कहा कि एक सीटी स्कैन 300 से 400 छाती एक्स-रे के समान है। हल्के लक्षणों में इसकी जरूरत नहीं है।
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युवा आयु में बार बार स्कैन कराने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। मंत्रालय के अनुसार ऑक्सीजन का स्तर गिरना और अत्यधिक थकान इस बात के संकेत हैं कि घर में पृथकवास में रह रहे कोविड रोगी को अस्पताल में भर्ती कराए जाने की आवश्यकता है। मंत्रालय ने कहा कि 12 राज्यों ने एक मई से 18 से 44 वर्ष के लोगों को कोविड-19 टीके लगाने शुरू कर दिये हैं।
We're planning to use gaseous oxygen for medical purposes. Industrial units that make oxygen which is suitable for medical purpose & are near cities, we're planning to make temporary COVID care centers with oxygenated beds around them: Lav Agarwal, Union Health Ministry Jt Secy pic.twitter.com/2gvZDWxRlo
— ANI (@ANI) May 3, 2021
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