Prabhasakshi Vichar Sangam| कार्यक्रम में विदेश नीति में दिखे बदलावों पर हुई चर्चा

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कुछ वर्षों पहले तक अमेरिका भारत के बारे में कुछ नहीं जानता था। मगर अब भारत ग्लोबल पॉवर की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में अब भारत की बात गंभीरता से सुनी जाती है और मानी भी जाती है। अब भारत की नीति है कि सही बात करने की हिम्मत रखता है।

भारत के प्रमुख हिंदी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम की 23वीं वर्षगाँठ पर नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में 'विचार संगम' कार्यक्रम के आयोजन में विदेश नीति में भारत की तरफ से देखे जा रहे बदलावों पर चर्चा की गई। इस परिचर्चा में एम्बेसडर जितेंद्र त्रिपाठी और रोबिन्दर सचदेव ने अपने विचार व्यक्त किए है। 

भारत की विदेश नीति एम्बेसडर जितेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि कुछ वर्षों पहले तक अमेरिका भारत के बारे में कुछ नहीं जानता था। मगर अब भारत ग्लोबल पॉवर की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में अब भारत की बात गंभीरता से सुनी जाती है और मानी भी जाती है। अब भारत की नीति है कि सही बात करने की हिम्मत रखता है। भारत अमेरिका से लेकर रूस तक में अपनी बात को विश्वास के साथ रखता है। भारत ऐसी स्थिति में आ चुका है कि अब हमारी बात भी मानी जाती है। भारत को अब एक खेमे में बंधे रहने की जरुरत नही है। 

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भारत-अमेरिका रिश्ते पर कहे ये विचार

रोबिन्दर ने कहा कि ट्रम्प के आने से हमें अपॉर्चूयूनिटी आएगी तो फ्रिक्शन भी देखने को मिलेगा। देश अपने राष्ट्रीय लाभ को देखता है। अमेरिका वर्तमान में इम्मीग्रेंट्स को भगाने की बात कर रहा है।  डोनाल्ड ट्रम्प नए कार्यकाल में कई चुनौतियां लेकर आएंगे। मगर सिर्फ चुनौतियां ही नहीं बल्कि कई अवसर भी भारत को मिलेंगे। वर्तमान में अमेरिका और चीन के बीच भी शीर्ष पर बने रहने की जंग लड़ी जा रही है। अमेरिका शीर्ष पद को छोड़ना नहीं चाहता और चीन शीर्ष बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है।

इस चर्चा में रोबिन्दर सचदेव ने कहा कि बांग्लादेश अब पाकिस्तान ना बन जाए। बांग्लादेश के साथ सरकार को रिश्ते बेहतर होने चाहिए मगर वो पूरा दुष्मन नहीं है। ऐसा नही मानना चाहिए।  किसी संस्थान को सफल या असफल उसके कार्यकर्ता और समर्थक बनाते है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर देश में से एक दिन के लिए पुलिस को हटा दिया जाए तो  स्थिति क्या होगी देश की ये सोचना भी काफी मुश्किल है।

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