मुंबई उत्तर मध्य सीट पर होगा प्रिया दत्त और पूनम महाजन का आमना-सामना

priya-dutt-and-poonam-mahajan-face-off-in-mumbai-north-central-seat

प्रिया दत्त अभिनेता से नेता बने सुनील दत्त की बेटी हैं जबकि महाजन दिवंगत प्रमोद महाजन की बेटी हैं। सुनील दत्त इस सीट से पांच बार सांसद रह चुके हैं। प्रमोद महाजन भाजपा के अग्रणी रणनीतिकार थे और शहर की उत्तर पूर्व सीट से पूर्व सांसद थे।

मुंबई।मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट से एक बार फिर कांग्रेस उम्मीदवार प्रिया दत्त और भाजपा की पूनम महाजन चुनाव मैदान में आमने-सामने होंगी। मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट के अंतर्गत बांद्रा और कुर्ला जैसे इलाके आते हैं।2014 के आम चुनाव में महाजन ने प्रिया दत्त को शिकस्त दी थी। दो बार से सांसद रहीं प्रिया दत्त को महाजन ने 1.8 लाख मतों के अंतर से हराया था। प्रिया दत्त अभिनेता से नेता बने सुनील दत्त की बेटी हैं जबकि महाजन दिवंगत प्रमोद महाजन की बेटी हैं। सुनील दत्त इस सीट से पांच बार सांसद रह चुके हैं। प्रमोद महाजन भाजपा के अग्रणी रणनीतिकार थे और शहर की उत्तर पूर्व सीट से पूर्व सांसद थे।

इसे भी पढ़ें: कांग्रेस ने हिमाचल के दो उम्मीदवारों की घोषणा की, सुखराम के पौत्र को मंडी से टिकट

महाजन ने अपनी जीत की संभावनाओं पर विश्वास जताते हुए कहा कि भाजपा ने इस क्षेत्र में जबरदस्त प्रदर्शन किया है जो कभी दत्त पिता-पुत्री की कृपा से कांग्रेस का गढ़ माना जाता था।उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप देखें तो 2014 के लोकसभा चुनाव और 2017 के नगर निगम चुनाव में भाजपा का मत प्रतिशत बढ़ा है और कांग्रेस उससे काफी पीछे रही। नगर निगम चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था।’’अपने प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए सांसद ने कहा, ‘‘मैंने यहां के लोगों के लिये घर और शौचालय से जुड़ी समस्याओं से निबटने का वादा किया था। 

इसे भी पढ़ें: पंजाब में महिला स्वास्थ्य अधिकारी की गोली मारकर हत्या, आरोपी ने खुद को भी मारी गोली

मैंने अपनी सांसद निधि इसी मद में खर्च की और बांद्रा, कुर्ला तथा चांदीवली इलाकों में करीब 1,428 शौचालयों का निर्माण करवाया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने तीन एफएसआई में 580 वर्गफुट वाले घरों के साथ 20,000 एमएचएडीए कॉलोनियों के पुननिर्माण के लिये काम किया। हवाईअड्डा भूमि से 80,000 परिवारों का पुनर्वास कराया गया।’’ दूसरी ओर दत्त ने कहा कि उनकी लड़ाई उन लोगों के लिये है जो धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र में यकीन रखते हैं।उन्होंने कहा कि इस सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की उनकी घोषणा निजी थी न कि इसकी वजह पार्टी के अंदरखाने कथित लड़ाई थी।उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों की भावनात्मक अपील और पार्टी प्रमुख राहुल गांधी के अनुरोध के बाद उन्होंने चुनावी मैदान में कूदने का फैसला किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़