18 साल से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण के फैसले का प्रियंका चतुर्वेदी ने किया स्वागत
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड-19 से रोकथाम के लिए टीका लगवा सकेंगे। सरकार ने टीकाकरण अभियान में ढील देते हुए राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की अनुमति भी दे दी।
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड-19 से रोकथाम के लिए टीका लगवा सकेंगे। सरकार ने टीकाकरण अभियान में ढील देते हुए राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की अनुमति भी दे दी। अगले महीने से शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण के तहत टीका निर्माता अपनी केंद्रीय औषधि प्रयोगशालाओं (सीडीएल) से हर महीने जारी खुराकों की 50 प्रतिशत आपूर्ति केंद्र सरकार को देंगे और बाकी 50 प्रतिशत आपूर्ति को वे राज्य सरकारों को तथा खुले बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र होंगे।
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शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने 7 अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर 18 से 45 साल की उम्र वालों की तरफ ध्यान देने का अनुरोध किया था। उन्होंने अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा कोरोना वैक्सीन के लिए जरूरी उम्र सीमा को समाप्त करने की अपील की तरफ ध्यान देने की बात कही थी। अब सरकार ने 18 साल से ऊपर सभी उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण की इजाजत दे दी है। प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है और सरकार को इस कदम के लिए धन्यवाद दिया है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया पर अपने पत्र को ट्वीट करते हुए एक पोस्ट शेयर कि जिसमें उन्होंने सरकार को सभी के लिए वैक्सीनेशन खोलने के धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा मैं सरकार के शानदार कदम के लिए उन्हें धन्यवाद देती हूं। मुझे खुशी है कि पीएमओ इंडिया ने विपक्षी दलों से फीडबैक लेकर 1 मई से सभी के लिए वैक्सीन लागू करने का फैसला किया।
7th April: Request to the Health Minister to make Vaccine available for all demands Smt @priyankac19
— Office Priyanka Chaturvedi (@Priyanka_Office) April 19, 2021
19th April: Vaccine for All from May 1st announced by @PMOIndia
Thank you Hon @CMOMaharashtra for raising this first and Shri @AUThackeray for pushing vaccine universalisation pic.twitter.com/nSKsq9e437
आपको बता दें कि प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने लेटर में कहा थआ कि भारत के सभी राज्यों और आयु वर्गों के लोगों को कोरोना वैक्सीन की जरूरत है और वैक्सीनेशन प्रोग्राम के बढ़ने से संक्रमण के मामलों को तेजी से कम किया जा सकता है। उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि दुनियाभर के कई देश युद्धस्तर पर युवाओं को साथ लेकर सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रम चला रहे हैं। जबकि भारत में 18 से 45 साल की उम्र वालों की आबादी बहुत ज्यादा है। ऐसे में कोई भी घर में रहने या फिर घर से बाहर निकलने पर दुविधा की स्थिति में नहीं रहना चाहता है।
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शिवसेना सांसद ने कहा कि वैक्सीन हर भारतीय का बुनियादी अधिकार है। खासतौर पर उन लोगों के लिए जो काम करते हैं और घर में रहने के लिए मजबूर हैं। क्योंकि वह संक्रमित हो गए तो अनजाने में उनके परिवार के दूसरे लोगों पर भी संक्रमण फैल सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में शिवसेना सांसद ने मंत्रालय के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। इस दौरान उन्होंने कम से कम 18 साल की उम्र तक के लोगों को वैक्सीन की डोज दिए जाने का अनुरोध किया। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को 18 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए वैक्सीनेशन की छूट दिए जाने के सवाल पर कहा था कि सरकार का लक्ष्य सबसे जोखिम वाले लोगों को सुरक्षित करना है।
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर अपने पत्र की एक प्रति भी साझा की। जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र को और अधिक वैक्सीन मुहैया कराए जाने का आग्रह किया।
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