गुणवत्ता के साथ PPE व N95 मास्क की उत्पादन क्षमता में खासी वृद्धि हुयी: स्वास्थ्य मंत्रालय
कुछ नयी खबरों में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की गुणवत्ता को लेकर चिंता व्यक्त किए जाने के बाद यह बयान आया है। मंत्रालय ने कहा, मीडिया के एक हिस्से में निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की गुणवत्ता को लेकर चिंता जतायी गयी है।
मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि उन खबरों में जिन उत्पादों का जिक्र किया गया है, उनका केंद्र सरकार द्वारा की जा रही खरीद से कोई संबंध नहीं है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत एचएलएल लाइफकेयर अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा संगठनों के लिए खरीद करने वाली एजेंसी है। मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण के लिए कपड़ा मंत्रालय द्वारा नामित आठ प्रयोगशालाओं में से एक द्वारा अनुमोदित किए जाने के बाद ही पीपीई निर्माताओं या आपूर्तिकर्ताओं से खरीदे जा रहे हैं।#IndiaFightsCorona:
— Ministry of Health 🇮🇳 #StayHome #StaySafe (@MoHFW_INDIA) May 25, 2020
Spitting in public places is a punishable offence and it increases the risk of spread of #COVID19. Do not spit in public places. https://t.co/ajUOTPjKaE#ThooknaVarjitSwasthArjit@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @PIB_India @CovidIndiaSeva
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय की तकनीकी समिति द्वारा निर्धारित परीक्षण में उन उत्पादों के योग्य होने के बाद ही उनकी खरीद की गई है। मंत्रालय ने कहा कि एचएलएल भी औचक रूप से नमूने ले रहा है जिसके लिए परीक्षण निर्देश तैयार किया गया है। इसके साथ ही जांच में नाकाम रहने पर कंपनी को किसी भी आपूर्ति के लिए अयोग्य घोषित किया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्रीय संस्थानों को करीब 111.08 लाख एन95 मास्क और लगभग 74.48 लाख पीपीई प्रदान किए गए हैं।
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