गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे बोले, IIT जैसी परियोजनाएं बदलाव लाने के लिए आवश्यक
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत के सतारी गांव के लोगों से मुलाकात किए जाने के बाद आया है। दरअसल, इस गांव के निवासी इलाके में आईआईटी स्थापित किए जाने का विरोध कर रहे हैं। राणे की वालपोई विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाले मेलुआलिम गांव में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) स्थापित किए जाने की योजना है।
पणजी। गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा है कि लोगों की भावनाएं और आधारभूत ढांचा परियोजनाएं, दोनों ही समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। उनका यह बयान, कुछ दिन पहले गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत के सतारी गांव के लोगों से मुलाकात किए जाने के बाद आया है। दरअसल, इस गांव के निवासी इलाके में आईआईटी स्थापित किए जाने का विरोध कर रहे हैं। राणे की वालपोई विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाले मेलुआलिम गांव में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) स्थापित किए जाने की योजना है।
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राणे ने एक बयान में कहा, लोगों की भावनाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं लेकिन हमें कुछ खास मूल्यों और कुछ बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भी खड़ा होना होगा, जो क्षेत्र को बदल देंगे। सतारी के विकास के लिए बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की काफी आवश्यकता है। मंत्री ने कहा कि वह पूरी तरह इस परियोजना के पक्ष में हैं क्योंकि शैक्षणिक संस्थानों और डीम्ड विश्वविद्यालयों के बिना गोवा में परिवर्तन संभव नहीं है। उल्लेखनीय है कि ग्रामीणों ने आईआईटी के लिए भूमि अधिग्रहण किए जाने पर चिंता जताई थी और उनकी इस आशंका को दूर करने के लिए कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात की थी।
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