सिद्धरमैया का विरोध: कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया
कर्नाटक के कोडागु में कांग्रेस नेता सिद्धरमैया की कार पर अंडे फेंके जाने और उनको काले झंडे दिखाए जाने की घटनाओं के बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उन्होंने राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष से व्यक्तिगत रूप से बात की है और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने और जांच कराने का आश्वासन दिया है।
बेंगलुरु, 20 अगस्त। कर्नाटक के कोडागु में कांग्रेस नेता सिद्धरमैया की कार पर अंडे फेंके जाने और उनको काले झंडे दिखाए जाने की घटनाओं के बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उन्होंने राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष से व्यक्तिगत रूप से बात की है और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने और जांच कराने का आश्वासन दिया है। इससे पहले दिन में सिद्धरमैया ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी कार पर अंडे फेंकने वाले उसी संगठन से थे जिससे ‘महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे संबंधित’ था। सिद्धरमैया ने इस घटना को ‘राज्य प्रायोजित’ करार देते हुए आश्चर्य जताया कि क्या ऐसे लोग उन्हें बख्शेंगे।
उधर, हिंदू संगठनों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ उनकी ‘मुस्लिम क्षेत्र’ से जुड़ी टिप्पणी और हिंदुत्व के प्रतीक वी डी सावरकर के खिलाफ विवादित बयान को लेकर शुक्रवार को दूसरे दिन भी अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। इस दौरान सिद्धरमैया को आज चिकमगलुरू दौरे के दौरान काला झंडा दिखाए जाने की खबरें हैं। बोम्मई ने कहा, ‘‘मैंने सिद्धरमैया की जान पर खतरे के बारे में कुछ मीडिया रिपोर्ट देखने के बाद उनसे बात की। मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि हमने इसे बहुत गंभीरता से लिया है और इसकी गहन जांच कराई जाएगी।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक से कानून व्यवस्था के बारे में बात की है। उन्होंने कहा कि किसी को भी इस मामले में कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए और किसी को भी ऐसा बयान नहीं देना चाहिए जो दूसरों को उकसाए। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता से व्यक्तिगत रूप से बात की है और उन्हें या उनके कर्मचारियों को धमकी भरे कॉल आने की स्थिति में विवरण साझा करने के लिए कहा है।
बोम्मई सिद्धरमैया के बेटे और विधायक यतींद्र सिद्धरमैया द्वारा अपने पिता की सुरक्षा के बारे में व्यक्त की गई चिंताओं का जवाब दे रहे थे। सिद्धरमैया ने मंगलवार को शिवमोगा के जिला मुख्यालय में 15 अगस्त को सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए भाजपा पर आरोप लगाते हुए मुस्लिम बहुल इलाके में सावरकर की तस्वीर लगाने के प्रयासों पर सवाल उठाए थे। सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘उन्होंने मुस्लिम इलाके में सावरकर की तस्वीर लगाने की कोशिश की। उन्हें कोई भी तस्वीर लगाने दें, कोई बात नहीं।
लेकिन, मुस्लिम इलाके में ऐसा क्यों करते हैं? उन्हें टीपू सुल्तान की तस्वीर से ‘इनकार’ क्यों है?’’ उनकी इस टिप्पणी के बाद हिंदू संगठनों और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सिद्धरमैया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सिद्धरमैया की बृहस्पतिवार को कोडागु यात्रा के दौरान उनकी कार पर अंडे फेंके जाने और काले झंडे लहराए जाने के मामले सामने आए। इस बीच, कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सिद्धारमैया की कार पर अंडे फेंकने में राज्य की भाजपा सरकार और संघ परिवार के संगठनों की संलिप्तता का आरोप लगाया और राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध को ‘राज्य प्रायोजित’ बताते हुए सिद्धरमैया ने कहा कि 26 अगस्त को, वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कोडागु में पुलिस अधीक्षक कार्यालय की घेराबंदी करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां कोई कानून-व्यवस्था नहीं थी और ‘गलत मंशा’ वाले अधिकारियों की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बजरंग दल के साथ मिलीभगत थी, जिससे इस घटना को होने दिया गया। इससे पहले एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता ने गुरुवार की घटना का जिक्र किया और कहा, ‘‘इन लोगों ने गांधी का ‘अंत’ कर दिया।
क्या वे मुझे छोड़ देंगे? उन्होंने गांधी को मार डाला, गोडसे ने गांधी को गोली मारी थी, लेकिन वे उसकी तस्वीर की पूजा करते हैं।’’ सिद्धरमैया ने कहा कि कल वे सावरकर के पोस्टर को हाथ में पकड़कर विरोध कर रहे थे, जिस व्यक्ति ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी उसे वे वीर सावरकर के रूप में पुकार रहे हैं। उन्होंने कहा कि सावरकर के खिलाफ उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी या गुस्सा नहीं है, लेकिन उनका आचरण सही नहीं था।
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