पीयूसीएल ने टोंक में गौ हत्या मामले के निष्पक्ष जांच की मांग की

cow img
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Commons

स्वयंसेवी संस्था पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने रविवार को टोंक जिले में गौ हत्या एवं अन्य मामलों में राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक टोंक को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।

जयपुर, 23 अगस्त।  स्वयंसेवी संस्था पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने रविवार को टोंक जिले में गौ हत्या एवं अन्य मामलों में राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक टोंक को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। पीयूसीएल की अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव ने रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि टोंक के दतवास थाना क्षेत्र में गौ हत्या मामले में दर्ज प्राथमिकी में निर्दोष लोगों के नाम भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में दर्ज 17 आरोपियों की सूची में अनेक निर्दोष लोगों के नाम डाले गये हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘पीयूसीएल की राजस्थान इकाई द्वारा राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक टोंक को पत्र लिखकर मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।’’ संस्था ने अपने पत्र में उस पुलिस दल के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है, जिनकी कथित उपस्थिति में मस्जिद तोड़ी गई थी। उल्लेखनीय है कि टोंक के दतवास थाने में हनुमान और अन्य ग्रामीणों की ओर से 19 अगस्त को ललवाडी में इस्लाम, आबिद खां, लाला खां, ताहीर, युनूस खान, निसार खां सहित 17 लोगों के खिलाफ गोकशी करने और गोमांस पूरे गांव में बांटने आदि को लेकर प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी। प्राप्त शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम, राजस्थान गो वंश वध प्रतिशेध अधिनियम 1995, भारतीय दंड संहिता 295 ए, 153 ए के तहत मामला दर्ज किया गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़