मंदसौर जाते समय हिरासत में लिये गये राहुल, मोदी पर भड़के
राहुल ने कहा, ‘‘मोदी अमीरों के 1.50 लाख करोड़ रूपए के कर्ज माफ कर चुके हैं लेकिन किसानों के नहीं। वह किसानों के कृषि उत्पादों का उचित मूल्य नहीं दे सकते, उन्हें केवल बुलेट दे सकते हैं।''''
नया गांव। मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन आज उस वक्त राजनीतक घटनाक्रम में तब्दील हो गया जब मारे गए किसानों के परिजन से मिलने मंदसौर जा रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। राहुल ने उस समय जमानत लेने से इंकार कर दिया था लेकिन शाम को उन्होंने जमानत ले ली। इससे पहले जब राहुल सुरक्षा व्यवस्था तो तोड़ते हुए नीमच से आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। बड़ी संख्या में पार्टी समर्थकों ने ‘‘जय जवान जय किसान’’ और ‘‘राहुल गांधी जिंदाबाद’’ के नारे लगाए।
सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा राजस्थान कांग्रेस प्रमुख सचिन पायलट और मध्य प्रदेश के विधायक जयवर्धन सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं को भी हिरासत में लिया गया और एक सीमेंट कंपनी के गेस्टहाउस ले जाया गया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मंदसौर में किसानों की मौतों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान को जिम्मेदार ठहराते हुए आज कहा कि मोदी अमीरों के कर्ज माफ कर सकते हैं लेकिन वह किसानों के लिए ऐसा नहीं कर सकते।
राहुल ने यह बात पुलिस हिरासत में लिए जाने के ठीक पहले यहां संवाददाताओं से कही। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी अमीरों के 1.50 लाख करोड़ रूपए के कर्ज माफ कर चुके हैं लेकिन किसानों के नहीं। वह किसानों के कृषि उत्पादों का उचित मूल्य नहीं दे सकते, उन्हें बोनस नहीं दे सकते, उन्हें मुआवजा नहीं दे सकते ..वह केवल उन्हें बुलेट दे सकते हैं।’’ राहुल के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ भी थे। राहुल उन्हें राज्य में प्रवेश करने से रोकने के लिए किए गए व्यापक पुलिस प्रबंधों को धता बताते हुए आगे बढ़ गए। जब राहुल आगे बढ़ रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान नाटकीय स्थिति पैदा हो गई। पुलिस ने उन्हें पीछे करने की कोशिश की तो वह एक खेत में घुस गए और उन्हें हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बताया कि राहुल किसानों के परिजनों से मिलने के लिए अड़े रहे और मध्य प्रदेश में प्रवेश से पहले 100 मीटर पैदल चले।
उदयपुर के आईजी आनंद श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश में प्रवेश से पहले गांधी चित्तौडगढ़ जिले के निम्बाहेड से पांच सात किलोमीटर मोटरसाइकिल से चले।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गांधी दिल्ली से उदयपुर एक चार्टर विमान से पहुंचे और वहां से चौपहिया वाहन से मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुए..मोटरसाइकिल से कुछ दूरी तय करने के बाद उन्होंने पैदल सीमा पार की।’’ पुलिस नियंत्रण कक्ष से सूत्रों ने बताया कि राहुल के साथ कम से कम 2000 लोग और 150 वाहन थे।
बाद में राहुल गांधी को प्रशासन ने मंदसौर में किसानों के आंदोलन के दौरान मारे गये किसानों के परिवारों से मिलने की अनुमति दे दी। कांग्रेस की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘लंबे संघर्ष के बाद प्रशासन ने अंतत: राहुल गांधी को पुलिस गोलीबारी में मारे गये लोगों के परिवारों से मिलने पर सहमति जता दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम राजस्थान-मध्य प्रदेश की सीमा के पास उनसे मिलेंगे।''
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