राहुल गांधी राजनीतिक रूप से बेरोजगारः राजीव प्रताप रूडी

[email protected] । Jan 31 2017 3:41PM

रूडी ने कहा कि राजनीतिक बेरोजगारी का सामना कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष और उसके नेताओं को बेतुके आरोप लगाने की बजाए जमीन स्तर पर सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन को देखना चाहिए।

युवाओं के लिए रोजगार सृजन में मोदी सरकार के विफल रहने के राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रूडी ने आज कहा कि राजनीतिक बेरोजगारी का सामना कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष और उसके नेताओं को बेतुके आरोप लगाने की बजाए जमीन स्तर पर सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन को देखना चाहिए। रूडी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम समझ सकते हैं कि राहुल गांधी राजनीतिक बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस में नेताओं को ऐसी ही औसतन राजनीतिक बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है।’’ 

रोजगार सृजन के मोर्चे पर सरकार के विफल रहने से राहुल गांधी के आरोप में संदर्भ में उन्होंने कहा कि राहुलजी के पास अभी समय है और ऐसे में उन्हें यह समझने की जरूरत है कि रोजगार कैसे मिलता है, रोजगार के लिए क्या आवश्यक होता है, रोजगार के लिए किस प्रकार के कौशल की जरूरत होती है? इसके लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष को थोड़ी मेहनत करने की जरूरत है। जमीनी स्तर पर जाएं और इन स्थितियों को समझने का प्रयास करें।

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। रोजगार की कहीं भी कमी नहीं है, कौशल का अभाव है और कौशल प्राप्त होने पर रोजगार मिल रहा है। रूडी ने कहा कि राहुल गांधी किसी भी प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र में जाएं तो उन्हें पता लगेगा कि क्या काम हो रहा है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में सरकार की उपलब्यिों के जिक्र के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि युवाओं के लिए रोजगार सृजन के मोर्चे पर यह सरकार पूरी तरह से विफल रही है।

बजट सत्र के पहले दिन संसद के संयुक्त सत्र के समक्ष राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद राहुल ने संसद भवन परिसर में संवाददााताओं से कहा, ‘‘भारत के समक्ष आज सबसे महत्वपूर्ण सवाल युवाओं को रोजगार प्रदान करने का है। युवाओं के लिए रोजगार एक बड़ा मुद्दा है और इस मोर्चे पर यह सरकार पूरी तरह से विफल रही है।’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘सरकार इस मुद्दे पर पूरी तरह से विफल रही है। सरकार रोजगार सृजन के मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है।’’

इससे पहले, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसद के संयुक्त सत्र के समक्ष अपने अभिभाषण में देश के युवाओं को सबसे बड़ी शक्ति बताते हुए कहा कि चार साल में देश में एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए शुरू की गयी प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में अब तक 20 लाख से अधिक युवा लाभान्वित हो चुके हैं। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘आज हमारी 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 वर्ष से कम आयु की है। हमारे युवा हमारी सबसे बड़ी शक्ति हैं तथा युवा ऊर्जा का प्रभावी उपयोग आवश्यक है। हमारी सरकार ने ‘हर हाथ को हुनर’ के उद्देश्य से युवकों को कुशल बनाने और उन्हें बेहतर रोजगार के योग्य बनाने के लिए अनेक कदम उठाये हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व में 21 मंत्रालयों और 50 विभागों में फैले कौशल विकास कार्य को एक ही मंत्रालय के अधीन लाया गया है। अगले चार साल में एक करोड़ युवकों को प्रशिक्षित करने के लिए बारह हजार करोड़ के बजट परिव्यय के साथ प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना प्रारंभ की गयी है। इस योजना में 20 लाख से अधिक युवक पहले ही लाभान्वित हो चुके हैं।’’

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