कांग्रेस के जन वेदना सम्मेलन में मोदी पर बरसे राहुल
नोटबंदी के मद्देनजर बुलाए गए कांग्रेस के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी को लेकर जमकर निशाना साधा।
नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार पर प्रहार जारी रखते हुए राहुल गांधी ने आज कहा कि ‘‘खराब’’ निर्णय करने के लिए पहली बार भारत के प्रधानमंत्री की ‘‘पूरी दुनिया में आलोचना’’ हो रही है। नोटबंदी के खिलाफ कांग्रेस की ‘जनवेदना’ बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी उपाध्यक्ष ने कहा कि 2019 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद ही ‘‘अच्छे दिन’’ लौटेंगे। राहुल ने कहा, ‘‘पहली बार भारत के प्रधानमंत्री की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है.. इससे पहले कभी भी किसी बड़े अर्थशास्त्री ने नहीं कहा कि प्रधानमंत्री ने इतना खराब निर्णय किया है।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी के इस निर्णय से अर्थव्यवस्था 16 वर्ष पीछे चली गई है। उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल की बिक्री में काफी गिरावट आई है। उन्होंने भाजपा नेताओं के इन आरोपों को खारिज किया कि कांग्रेस ने देश के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ढाई वर्ष के कार्यकाल में आरबीआई और न्यायपालिका जैसे संस्थानों को निशाना बनाया है जो कांग्रेस ने 70 वर्षों में नहीं किया।
राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा, आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आरबीआई, न्यायपालिका और चुनाव आयोग जैसे संस्थानों को कमजोर किया है जिसे कांग्रेस ने पिछले कई वर्षों में बनाया था। उन्होंने इन संस्थानों को भारत की ‘‘आत्मा’’ बताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने इनकी साख गिराई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने आरबीआई की स्वतंत्रता का सम्मान किया। यह भारत की वित्तीय रीढ़ है और अब इसकी साख गिर रही है। आरएसएस और भाजपा के लोगों का मानना है कि केवल उन्हीं के विचार मायने रखते हैं किसी और के नहीं।’’ मोदी के 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब 2019 में सत्ता में लौटेगी तभी ‘‘अच्छे दिन’’ आएंगे। उन्होंने कहा कि मोदी से पूछना चाहिए कि मनरेगा के लिए मांग में अचानक बढ़ोतरी क्यों हो गई और लोग शहरों के बजाए गांवों की तरफ क्यों जा रहे हैं।
राहुल ने कहा कि इस सरकार के पास होममेड अर्थशास्त्री हैं और रामदेव जैसे लोग अर्थव्यवस्था की बातें कर रहे हैं जबकि दुनिया भर के अर्थशास्त्रियों ने नोटबंदी को गलत फैसला बताया है। राहुल ने सरकार के स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया कार्यक्रमों की कथित विफलता की बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को सोचना चाहिए कि क्यों कारों की बिक्री में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि मोदी ठीक से पद्मासन ही नहीं कर पाए तो योग क्या करेंगे। राहुल ने कहा कि मोहन भागवत जैसे लोग सोचते हैं कि इस देश को दो-तीन लोग ही मिलकर चला सकते हैं लेकिन हम इस सोच के खिलाफ यहाँ खड़े हैं।
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