राफेल पर राहुल के आरोप असत्य और भ्रामक, मोदी सरकार का सौदा बेहतर: सीतारमण

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[email protected] । Jan 4 2019 5:52PM

राफेल विमान सौदे के मुद्दे पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने सदन में कहा कि ‘‘आपने (कांग्रेस) सौदे को रोक दिया। यह भूल गये कि वायुसेना को इसकी जरूरत है। क्योंकि यह सौदा आपको रास नहीं आया। दरअसल इससे आपको पैसा नहीं मिला।

नयी दिल्ली। राफेल मामले में कांग्रेस एवं राहुल गांधी के आरोपों को ‘असत्य एवं गुमराह’ करने वाला बताते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि सरकार में रहते हुए कांग्रेस की मंशा 10 वर्षों में राफेल विमान खरीदने एवं राष्ट्रीय सुरक्षा की नहीं थी जबकि वर्तमान सरकार ने बेहतर शर्तों के आधार पर संप्रग के समय के उड़ान भरने की स्थिति वाले 18 विमानों की तुलना में 36 विमान खरीदने का सौदा 9 प्रतिशत कम कीमत पर किया। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के समय 10 वर्षों में एक भी राफेल विमान नहीं आया जबकि वर्तमान सरकार के तहत सरकारों के बीच समझौते पर 23 सितंबर, 2016 को हस्ताक्षर किया गया और पहला विमान इस तिथि से तीन साल के भीतर यानी 2019 में आ जाएगा और शेष विमान 2022 तक आ जाएंगे। राफेल विमान सौदे के मुद्दे पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने सदन में कहा कि ‘‘आपने (कांग्रेस) सौदे को रोक दिया। यह भूल गये कि वायुसेना को इसकी जरूरत है। क्योंकि यह सौदा आपको रास नहीं आया। दरअसल इससे आपको पैसा नहीं मिला।

सीतारमण ने इस दौरान संप्रग सरकार में तत्कालीन रक्षा मंत्री के संसद भवन परिसर में दिये बयान का जिक्र किया और कहा कि तब के रक्षा मंत्री ने कहा था कि इसके लिये पैसा कहां है। उन्होंने सवाल किया कि ‘किस पैसे की बात हो रही थी’, ‘किस पैसे के कारण सौदा नहीं हुआ’। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा सौदे और रक्षा में सौदे में काफी अंतर होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि संप्रग सरकार के दौरान रक्षा से जुड़े विषयों पर खिलवाड़ चल रहा था। सीतारमण ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का जिक्र करते हुए जोर दिया कि शीर्ष अदालत ने कीमत, प्रक्रिया और आफसेट तीन विषयों पर विचार करने के बाद कहा कि इन आधारों पर इस अदालत के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है। रक्षा मंत्री ने कहा साढ़े चार साल तक बिना भ्रष्टाचार के आरोपों के चली सरकार पर किसी न किसी तरह भ्रष्टाचार के आरोप लगाने की हताशा के तहत यह सब किया जा रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि इस सरकार में रक्षा मंत्रालय बिना दलालों के चल रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी फ्रांस के राष्ट्रपति का हवाला बिना सबूत के दे रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हैं। फ्रांस से निजी बातचीत के सबूत दिखाएं।

सीतारमण ने कहा, ‘‘ बोफोर्स एक घोटाला था जबकि राफेल विमान रक्षा जरूरत से जुड़ा है। बोफोर्स ने उन्हें (कांग्रेस सरकार) गिराया, राफेल मोदी को वापस लायेगा।’’ उन्होंने कहा कि यह मुद्दा नरेंद्र मोदी को नये भारत के निर्माण के लिए, भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए वापस लाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे पड़ोस और आसपास का माहौल बहुत अस्थिर है। जो भी सरकार में हैं, वे शांति चाहते हैं, लेकिन यह हमारी सैन्य अभियान तैयारी की कीमत पर नहीं हो सकता। हमें यह समझना होगा कि समय पर खरीद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन ने 2004 से 2014 के दौरान 400 विमान अपने बेड़े में शामिल किए। वहीं पाकिस्तान ने अपने विमानों की संख्या में दो गुने की बढ़ोतरी की है। उन्होंने कहा कि हमारे पास 42 स्क्वाड्रन थे जो घटकर 33 रह गये। सीतारमण ने कहा कि वे (कांग्रेस) 18 विमान फ्लाईवे स्थिति में खरीद रहे थे और शेष विमान 11 साल में बनते।उन्होंने कहा कि वह जानना चाहती हूं कि जब तत्काल जरूरत है तो फिर इतना समय क्यों? 2006 से 2014 के बीच 18 विमान भी क्यों नहीं आए?रक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को सवाल पूछने के लिए बल्कि जवाब देने के लिए खड़े होना चाहिए। यह जवाब देना चाहिए कि सौदा क्यों नहीं हुआ? 

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कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग एचएएल के बारे में घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं उनसे पूछना चाहती हूं कि वे 108 विमान देश के भीतर बनाने का मुद्दा हल क्यों नहीं कर सके?उन्होंने स्थायी समिति की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि तीन दशक के बाद वायुसेना की जरूरत के मुताबिक स्वदेशी लड़ाकू विमान नहीं बनाया जा सका।कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी बेगलूरू स्थित एचएएल गए लेकिन अमेठी में एचएएल नहीं गए।  कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आपको एचएएल की चिंता है। आपको ज्यादा परेशानी हो रही है क्योंकि मिशेल यहां आ गया है। आपने अगस्ता वेस्टलैंड का ठेका एचएएल को क्यों नहीं दिया? इसलिए नहीं दिया क्योंकि एचएएल आपको कुछ नहीं देता। उन्होंने आरोप लगाया कि ये पूरी मुहिम गैरजिम्मेदाराना सवालों पर आधारित है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, वायु सेना प्रमुख को झूठा कह रहे हैं। इनके नेता पाकिस्तान गए और कहा कि मोदी को हटाइए। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विमान की कीमत को लेकर कई बार बातें की गईं। इसमें तारतम्यता क्या है? जनक्रोश रैली में 700 करोड़, रायपुर की रैली में 540 करोड़ रुपये और फिर 526 करोड़ रुपये कहा गया। ऐसा क्यों है? कांग्रेस को पहले होमवर्क करना चाहिए।

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