महाराष्ट्र, उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बारिश का कहर, असम और बिहार में स्थिति गंभीर

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[email protected] । Jul 28 2019 11:16AM

मौसम विभाग ने रविवार को हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है। महाराष्ट्र में कोल्हापुर जाने वाली महालक्ष्मी एक्सप्रेस में सवार सभी 1,050 यात्रियों को शनिवार को बचा लिया गया। यात्रियों को बचाने के लिए विभिन्न राहत एजेंसियों द्वारा लगभग 17 घंटे तक अभियान चलाया गया।

नयी दिल्ली। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण देश के कई हिस्से भयंकर बाढ़ की चपेट में हैं। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई, जहाँ सैकड़ों असहाय लोगों को एक ट्रेन और अन्य स्थानों से बचाया गया, जबकि असम और बिहार में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां अब तक 214 लोगों की जान जा चुकी है। बारिश ने राजस्थान में भी तबाही मचायी है, जहां पिछले दो दिनों में बारिश संबंधित घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारी बारिश के बाद छत गिरने से एक लड़की की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई, जहां रुक-रुक कर बारिश हो रही थी। बारिश से अमरनाथ यात्रा भी प्रभावित हुई। केवल 3,124 तीर्थयात्री दक्षिण कश्मीर हिमालय के अमरनाथ स्थित पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन कर पाए। बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 5.25 मिलीमीटर बारिश हुई और अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 32.5 और 25.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। मौसम विभाग ने रविवार को हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है। महाराष्ट्र में कोल्हापुर जाने वाली महालक्ष्मी एक्सप्रेस में सवार सभी 1,050 यात्रियों को शनिवार को बचा लिया गया। यात्रियों को बचाने के लिए विभिन्न राहत एजेंसियों द्वारा लगभग 17 घंटे तक अभियान चलाया गया।  

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भारी बारिश के कारण रेल पटरियों पर पानी भरने से यह ट्रेन ठाणे जिले में वंगानी के निकट फंस गई थी। मध्य रेलवे (सीआर) के अधिकारियों ने बताया कि नौ गर्भवती महिलाओं समेत सभी यात्रियों को अपराह्र तीन बजे तक बचा लिया गया।भारतीय वायुसेना ने ठाणे जिले में भारी बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ की वजह से फंसे 120 से अधिक लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), नौसेना, वायुसेना, सेना, रेलवे और राज्य प्रशासन की टीमों नेयात्रियों को बचाने अभियान चलाया।केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहत दलों की प्रशंसा करते हुए कहा कि केन्द्र स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अनुसार पिछले 24 घंटे में सुबह आठ बजे तक मुम्बई में 97.3 मिमी बारिश हुई, जबकि पूर्वी और पश्चिमी उपनगर में इस दौरान क्रमश: 163 मिमी और 132 मिमी बारिश हुई। तटीय रत्नागिरी जिले में जगबुड़ी नदी में बाढ़ के कारण मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार सुबह से यातायात के लिए बंद रहा।भारी बारिश के कारण शनिवार को आसपास के हवाई अड्डों पर आने वाली 11 उड़ानों को रद्द कर दिया गया और आने वाले नौ विमानों के मार्ग को बदल दिया गया।भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मुंबई, ठाणे और पालघर, रायगढ़ में रविवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।बिहार में बाढ़ की स्थिति बहुत गंभीर होती जा रही है, जहां 1,253 पंचायतों के 85.60 लाख लोगों बाढ़ की चपेट में है। राज्य में बारिश संबंधी घटनाओं में अब तक 127 लोगों की मौत हो चुकी है। 

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जलप्रलय से प्रभावित 13 जिलों में, सीतामढ़ी और मधुबनी सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, जहां क्रमशः 37 और 30 मौतें हुई है। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित प्रखंडों की संख्या भी बढ़कर 111 हो गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर बिहार में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। असम में बाढ़ में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 81 हो गई है। एक अधिकारिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन अधिकरण (एएसडीएमए) ने बताया कि बारपेटा जिले में एक व्यक्ति की मौत होने के बाद बाढ़ की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या 81 हो गई है।  इसमें आगे कहा गया है कि बाढ़ का पानी सोनितपुर में दोबारा घुस गया है। इस जिले की सीमाएं अरुणाचल प्रदेश से मिलती हैं। एएसडीएमए ने कहा कि बाढ़ प्रभावित अन्य 17 जिलों में हालात नहीं बदले हैं। कुल 56 राजस्व क्षेत्र के 1,716 गांव बाढ़ की चपेट में हैं।राजस्थान के पूर्वी व पश्चिमी भाग में बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा। लगातार तीन दिन से चल रही बारिश से राज्य की कई मौसमी नदियों में पानी आ गया तो अनेक तालाब लबालब हो गए हैं।  शनिवार को सबसे अधिक बारिश जयपुर शहर व इसके पास चाकसू में दर्ज की गयी। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश का यह दौर अभी जारी रहेगा और अगले चौबीस घंटे में भी राज्य के अनेक भागों में भारी या बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार को जयपुर में 38.8 मिलीमीटर तथा कोटा में 31.4 मिमी. बारिश दर्ज की गयी। हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश हुई है। पोंटा साहिब में शुक्रवार शाम से सबसे अधिक 125 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शिमला, धर्मशाला और मनाली में क्रमशः 99.88 मिमी, 94 मिमी और 42.3 मिमी बारिश हुई।

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