ऑक्सीजन व रेमडेसिविर के प्रबंध में जुटी है राजस्थान सरकार: रघु शर्मा
एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के टीकाकरण के बारे में शर्मा ने कहा कि यह दवा कंपनी द्वारा राज्य सरकार को टीके उपलब्ध करवाए जाने पर ही निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार एक मईसे 18 से 45 वर्ष की आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण किया जाना है।
एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के टीकाकरण के बारे में शर्मा ने कहा कि यह दवा कंपनी द्वारा राज्य सरकार को टीके उपलब्ध करवाए जाने पर ही निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार एक मईसे 18 से 45 वर्ष की आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण किया जाना है। केन्द्र सरकार द्वारा कहा गया है कि टीके सीधे सीरम इंस्टीट्यूट से खरीदे जाने हैं। लेकिन जब राज्य के अधिकारियों ने सीरम इंस्टीट्यूट से बात की तो उन्हें बताया गया कि अभी उनके पास टीके उपलब्ध नहीं है। शर्मा के अनुसार उक्त कंपनी इस समय केन्द्र सरकार के साथ अपनी प्रतिबद्धता को भी 15 मई तक पूरी नहीं कर पा रही है ऐसे में राज्य में 18 वर्ष से 45 वर्ष की आयुवर्ग का टीकाकरण करने का काम दवा कंपनी द्वारा राजस्थान को टीके उपलब्ध कराने पर ही निर्भर करेगा। इसके साथ ही शर्मा ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम व रोगियों के उपचार के लिए जांच सुविधाओं में निरंतर वृद्धि करने के अलावा आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन बिस्तरों की संख्या में भी निरंतर वृद्धि की जा रही है। ऑक्सीजन एवं रेमडेसिविर सहित अन्य दवाओं की आपूर्ति के लिए भी हर संभव प्रयास किए जा रहे है।Ahead of vaccination for those above 18yrs of age from May 1,when we spoke to Serum Institute we were told by them that it may take them till May15 to fulfill orders placed by Govt of India, &they won't be able to deliver vaccines to Rajasthan before it: Rajasthan Health Minister pic.twitter.com/7OcwLbwtOy
— ANI (@ANI) April 25, 2021
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डॉ शर्मा ने बताया कि राज्य में फिलहाल कोरोना जांच क्षमता 86 हजार जांच प्रतिदिन हो चुकी है एवं प्रतिदिन लगभग 80 हजार टेस्ट किए जा रहे है। सभी जांच आरटीपीसीआर द्वारा ही की जा रही है एवं सभी जिलों में यह जांच सुविधा उपलब्ध है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में हैल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के सुद्ढीकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है। इस समयराज्य में 14,389 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर व 4477 आईसीयू बिस्तर उपलब्ध हैं। मेडिकल आक्सीजन की उपलब्धता के बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए राज्य में 250 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है। केन्द्र द्वारा राज्य को 140 मीट्रिक टन मेडिकल लिक्विड ऑक्सीजन का आवंटन किया गया। प्रदेश में इस समय लिक्विड ऑक्सीजन परिवहन के लिए 4 से 6 मीट्रिक टन क्षमता के 23 टैंकर उपलब्ध हैं। आवश्यकता को ध्यान रखते हुए 30 मीट्रिक टन की क्षमता वाले 6 टैंकरों की अतिरिक्त आवश्यकता है। जिसकी व्यवस्था के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना के उपचाराधीन मरीज (एक्टिव केस) इस समय 1 लाख 27616 हैं।
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