लगातार पांचवें दिन नहीं चल सकी राज्यसभा, हंगामे की भेंट चढ़ा पूरा सप्ताह

Rajya Sabha can not run for the fifth consecutive day
[email protected] । Mar 9 2018 3:51PM

उच्च सदन में विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सदन में लगातार पांचवें दिन गतिरोध बरकरार रहने के मद्देनजर उपसभापति पी जे कुरियन ने आज बैठक सोमवार तक के लिये स्थगित कर दी।

नयी दिल्ली। तमिलनाडु में पेरियार की प्रतिमा के साथ कथित छेड़छाड़ किए जाने, आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जे की मांग और पीएनबी धोखाधड़ी मामले सहित विभिन्न मुद्दों पर अन्नाद्रमुक, तेदेपा, कांग्रेस और टीमएसी के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही आज एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। उच्च सदन में विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सदन में लगातार पांचवें दिन गतिरोध बरकरार रहने के मद्देनजर उपसभापति पी जे कुरियन ने आज बैठक सोमवार तक के लिये स्थगित कर दी। इस सप्ताह सोमवार से शुरू हुई बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही के दौरान अब तक विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण लगातार गतिरोध बरकरार है।

शुक्रवार को दोपहर ढाई बजे सदन की बैठक शुरू होने पर कांग्रेस, तेदेपा और अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने आसन के समीप आकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुये उपसभापति से पीएनबी घोटाला मामले पर चर्चा की मांग की। इस पर कुरियन ने तिवारी से कहा कि वह नारेबाजी कर रहे अपनी पार्टी के सदस्यों को उनके स्थान पर लौटने के लिये कहें, तब उन्हें बोलने की अनुमति दी जायेगी। कुरियन ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से सदन की कार्यवाही होने देने का अनुरोध करते हुये कहा कि सदस्यों द्वारा उठाये जा रहे सभी मुद्दों पर चर्चा कराने को तैयार हैं, बशर्ते सदन की कार्यवाही सुचारू होने दी जाये।

नारेबाजी बंद नहीं होने पर कुरियन ने सदन की कार्यवाही सोमवार को 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दी। इससे पहले सुबह भी सदन की बैठक में इन्हीं मुद्दों पर हंगामे के कारण कार्यवाही ढाई बजे तक के लिय स्थगित की गयी थी। हंगामे की वजह से आज भी उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका। बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू की अनुमति से आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे गये। इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल शुरू करने का ऐलान किया, सदन में हंगामा शुरू हो गया। ।

अन्नाद्रमुक, द्रमुक, तेदेपा और कांग्रेस के सदस्य अपनी अपनी मांगों के पक्ष में नारे लगाते हुए आसन के समक्ष आ गए। कांग्रेस, अन्नाद्रमुक और तेदेपा के कुछ सदस्यों के हाथों में पोस्टर थे। अन्नाद्रमुक और द्रमुक सदस्य कर्नाटक एवं तमिलनाडु के मध्य कावेरी नदी के पानी के बंटवारे के लिए कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड गठित करने की मांग कर रहे थे। साथ ही वे पेरियार की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किए जाने का भी विरोध कर रहे थे। 

आंध्र प्रदेश के सदस्य अपने प्रांत को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे थे। कांग्रेस के सदस्य पंजाब नेशनल बैंक में 12,700 करोड़ रूपये के घोटाले के आरोपी नीरव मोदी को तत्काल भारत लाने और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सभापति नायडू ने कहा ‘‘एक सप्ताह का समय व्यर्थ चला गया। यह ठीक नहीं है, यह दुखद है।’’ उन्होंने सदन में हंगामा नहीं थमने पर 11 बज कर करीब 10 मिनट पर बैठक को दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। उल्लेखनीय है कि कुछ राज्यों में नामचीन हस्तियों की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किए जाने, पीएनबी घोटाला, कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन और आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने की मांग जैसे मुद्दों को लेकर उच्च सदन में पिछले पांच दिनों से जारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही लगातार बाधित है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़