कोविड-19 मामलों में हालिया बढ़ोतरी पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है: हर्षवर्धन

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “टीकाकरण की रफ्तार बढ़ने जा रही है। जहां तक पाबंदी लगाने की बात है, कोविड-19 की स्थिति हर दिन बदलती है। यहां उम्मीद की किरण यह है कि हम महामारी की वजह से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिये पहले से बेहतर तैयार हैं।” ‘टाइम्स नाऊ’ द्वारा आयोजित ‘इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव’ में उन्होंने कहा कि बढ़ते मामलों को रोकने के लिये कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों के सख्त अनुपालन, सुक्ष्म निषेध क्षेत्रों समेत अन्य कदम जहां भी जरूरत होगी उपयोग में लाए जाएंगे। भारत में कोविड-19 के मामलों और इनमें हाल में आए उछाल पर टिप्पणी करते हुए वर्धन ने कहा कि केंद्र व राज्यों द्वारा किये गए ठोस प्रयासों और भारत द्वारा ‘जांच, निगरानी व उपचार’ की रणनीति में किये गए निवेश का नतीजा है कि भारत उन देशों में शामिल है जहां प्रति 10 लाख की आबादी पर मामलों और मृतकों की संख्या सबसे कम है।From the registration process to getting #COVID19Vaccine administered, our focus has remained on keeping the services citizen friendly.
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) March 26, 2021
Our #COVID19Vaccination Drive is being coordinated as a ‘Jan Andolan’ involving various stakeholders.@MoHFW_INDIA @EconomicTimes pic.twitter.com/4GblTTrP9w
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उन्होंने कहा, “हमनें यह सशक्त रूप से दिखाया है कि जांच, निगरानी और उपचार की हमारी नीति प्रभावी रूप से विषाणु का प्रसार रोकती है।” स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था को क्रमिक रूप से खोलने और वाणिज्यिक गतिविधियों को शुरू करने का फैसला देश में कोविड-19 के वक्र में सतत गिरावट के बाद लिया गया था। उन्होंने कहा, “कोविड-19 के भारत समेत वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक प्रभाव से उबरने के लिये यह जरूरी था। ऐतिहासिक रूप से पूर्व में महामारियां लहरों में आई हैं और कोविड भी अपवाद नहीं है। यह स्पष्ट रूप से नजर आया जब इसकी दूसरी लहर यूरोप और अमेरिका में पहुंची। यह अभी भी वैज्ञानिक समुदाय के लिये अनसुलझा है कि महामारियां इस तरह व्यवहार क्यों करती हैं।