गुजरात से राहत की खबर, कोरोना मामलों के दोगुना होने की दर 18 से 23 अप्रैल के बीच घटी

Gujarat

लड़ाई मुख्य रूप से शेष पांच प्रतिशत मरीजों के लिए है जो मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, टीबी, दमा, एड्स, दिल और फेफड़ों की गंभीर बीमारी और मानसिक बीमारियों से पीड़ित हैं।

अहमदाबाद। गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 14 अप्रैल को 617 से दोगुनी बढ़कर 17 अप्रैल तक 1,272 पर पहुंच गई थी लेकिन इसके बाद के छह दिनों में 23 अप्रैल तक यह दर धीमी हो गई और स्वास्थ्य विभाग के आंकलन के मुताबिक इस दौरान 1,352 मामले सामने आए। गुजरात में 24 अप्रैल की शाम तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2,815 थी। प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने शनिवार को बताया, “ कोविड-19 मरीजों की संख्या 13 अप्रैल के बाद 617 से दोगुनी बढ़कर 17 अप्रैल को 1,272 हो गई थी जो कि काफी तेज वृद्धि थी।” हालांकि आंकड़ों के मुताबिक 17 अप्रैल के बाद से 23 अप्रैल तक छह दिनों में मामलों के दोगुना होने की दर धीमी हुई जब यह मामले 1,272 से बढ़कर 2,624 हुए। इसमें बताया गया कि राज्य में सबसे अधिक मामले 18 अप्रैल को खत्म हो रहे 24 घंटों में सामने आए जब 332 लोग कोरोना वायरस की जांच में संक्रमित पाए गए। गुजरात के 33 में से 30 जिलों में कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।

रवि ने कहा, “लॉकडाउन, नियंत्रण एवं कर्फ्यू जैसे सामाजिक दूरी संबंधी कदमों ने संख्या को घातक स्तर पर पहुंचने से रोका या उसमें देरी की।” उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कुल 80 प्रतिशत मरीजों में वायरस के लक्षण नजर नहीं आए और वह संक्रमण के मूक वाहक थे जबकि महज 15 प्रतिशत ऐसे हैं जिनमें लक्षण नजर आए। रवि ने कहा, ‘‘लड़ाई मुख्य रूप से शेष पांच प्रतिशत मरीजों के लिए है जो मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, टीबी, दमा, एड्स, दिल और फेफड़ों की गंभीर बीमारी और मानसिक बीमारियों से पीड़ित हैं।” उन्होंने बताया कि जांच के लिहाज से देखें तो राज्य सरकार ने पिछले 24 घंटों में 3,028 जांच की है। रवि ने बताया कि विभिन्न जिलों में 3,280 त्वरित एंटीबॉडी जांच की जा चुकी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़