बाढ़ प्रभावित इलाकों में आवासीय ढांचों के निर्माण में हो विशेष तकनीक का इस्तेमाल : अजीत पवार

Ajit Pawar

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवासीय ढांचों का निर्माण इस तरह से होना चाहिए, जिससे बाढ़ का पानी आसानी से जमीन के नीचे चला जाए, और मकानों को कोई नुकसान न पहुंचे।

पुणे। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवासीय ढांचों का निर्माण इस तरह से होना चाहिए, जिससे बाढ़ का पानी आसानी से जमीन के नीचे चला जाए, और मकानों को कोई नुकसान न पहुंचे। पवार ने वनाज-रामवाड़ी मार्ग पर पुणे मेट्रो ट्रेन के पहले प्रायोगिक परीक्षण को हरी झंडी दिखाने के बाद यह बात कही। पवार ने पिछले सप्ताह कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरी और रायगढ़ जिले के अलावा पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ की स्थिति पर कहा,‘‘महाड (रायगढ़), चिपलून (रत्नागिरी) जैसे शहर भी बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: खेल मंत्री सोढ़ी का ऐलान, गोल्ड जीतने पर टीम में शामिल पंजाब के हर हॉकी खिलाड़ी को देंगे 2.25 करोड़

यदि इन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी 10 फुट के स्तर तक पहुंच जाता है, तो हम यह सुझाव देंगे कि वहां के आवासीय ढांचों को उतनी ही ऊंचाईके स्तंभों के साथ ऊंचा किया जाना चाहिए।’’ उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्य इस तरह से किया जाना चाहिए कि बाढ़ का पानी बिना किसी रुकावट के जमीन के भीतर चला जाए।

इसे भी पढ़ें: अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद क्या सिर्फ जम्मू और श्रीनगर में ही विकास हो रहा है?

पवार ने चीन और जर्मनी का उदाहरण दिया जहां बाढ़ से व्यापक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इस तरह की राष्ट्रीय आपदाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। पुणे मेट्रो रेल परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए पवार ने कहा कि वनाज-रामवाड़ी मार्ग पर जून 2022 तक मेट्रो ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़