रिजिजू का बयान कहा- सेना और पुलिस को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए

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[email protected] । Nov 11 2018 5:08PM

अरुणाचल प्रदेश के बोमडीला कस्बे में सेना और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने रविवार को कहा कि दोनों ही संस्थाओं को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए क्योंकि वे दोनों राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं।

नयी दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के बोमडीला कस्बे में सेना और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने रविवार को कहा कि दोनों ही संस्थाओं को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए क्योंकि वे दोनों राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं। गृह राज्य मंत्री ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि थल सेना देश का गौरव है, जो हमारी मातृभूमि की हिफाजत करती है और पुलिस आंतरिक सुरक्षा का स्तंभ है। अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले रिजिजू ने लिखा, ‘‘ हमे अवश्य की सर्वोत्कृष्ट संस्थाओं का सम्मान करना चाहिए। हर व्यक्ति और संस्था कानून के द्वारा एक प्रणाली से शासित होती है...एक दूसरे का सम्मान करें और उन्हें मजबूत करें।’’।कुछ सैनिकों द्वारा पिछले हफ्ते बोमडीला पुलिस थाना में कथित तौर पर तोड़फोड़ किए जाने और पुलिसकर्मियों एवं असैन्य लोगों से मारपीट किए जाने की घटना के मद्देनजर मंत्री की यह टिप्पणी आई है। 

अरुणाचल प्रदेश की यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और रिजिजू ने थल सेना और पुलिसकर्मियों के बीच झड़पों से उत्पन्न हुई स्थिति का जायजा लिया। रिजिजू ने लिखा है कि हमारे वर्दीधारी लोग राष्ट्र के लिए अपना और परिवार का बलिदान करते हैं...प्राथमिक मानवीय गलतियों पर ध्यान दिया जा सकता है और मामले को सुलझाया जा सकता है। उन्होंने लिखा, ‘‘मैं हर किसी से अपील करता हूं कि वे तथ्यों को जाने बगैर और पूर्वाग्रह वाली मानसिकता के साथ मामले में कूद कर ओछी टिप्पणी नहीं करें।’’उन्होंने बोमडीला का दौरा करने संबंधी रक्षा मंत्री के फौरन लिए गए फैसले की सराहना की। सीतारमण ने स्थानीय लोगों और जिला प्रशासन से बात की, जिससे बाशिंदों के बीच काफी सदभावना बनी। 

सीतारमण भारत - चीन सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ दिवाली मनाने के लिए अरुणाचल प्रदेश गई थी, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। रिजिजू ने ट्विटर पर कहा, ‘‘मेरे क्षेत्र के लोग शांतिप्रिय हैं। लेकिन कुछ बाहरी तत्व तथ्यों की जानकारी रखे बगैर सोशल मीडिया पर नफरत भरी टिप्पणी कर रहे हैं।’’ अधिकारियों के मुताबिक बोमडीला घटना उस वक्त हुई थी, जब सैनिकों के एक समूह ने पिछले हफ्ते बुद्ध महोत्सव समारोह के दौरान असैन्य लोगों और पुलिसकर्मियों के साथ कथित तौर पर बदसलूकी की थी।  इसके बाद, स्थानीय थाना प्रभारी मौके पर गए और दो सैनिकों को थाने ले आए। इस पर, कुछ सैनिकों ने बोमडीला पुलिस थाना में तोड़फोड़ की और पुलिसकर्मियों एवं असैन्य लोगों से मारपीट की। 

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