फीस बढ़ाने को लेकर JNU में बवाल, छात्रों का विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने भांजी लाठियां
जेएनयूएसयू के पदाधिकारियों ने पोखरियाल से मुलाकात की और उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गौर किया जायेगा। बहरहाल, वे कुलपति से नहीं मिल सके।
नयी दिल्ली। यहां जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के निकट प्रशासन की ‘‘छात्र-विरोधी’’ नीति के खिलाफ सोमवार को सैकड़ों छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया प्रदर्शन कर रहे छात्र अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की तरफ आगे बढ़ने चाहते थे लेकिन गेटों पर अवरोधक लगा दिए गए हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू इस स्थान पर दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
Delhi: The protest organised by Jawaharlal Nehru Students' Union (JNUSU) over different issues including fee hike, continues outside the university campus. pic.twitter.com/LChNw40rjn
— ANI (@ANI) November 11, 2019
जेएनयू से लगभग तीन किलोमीटर दूर एआईसीटीई के द्वारों को बंद कर दिया गया और सुबह शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर परिसरों के बाहर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया। एक अधिकारी ने बताया कि जेएनयू परिसर के उत्तरी और पश्चिमी द्वारों के बाहर और बाबा बालकनाथ मार्ग पर एआईसीटीई ऑडिटोरियम और जेएनयू के बीच स्थित सड़क पर बैरिकेड लगाये गये है। पुलिस ने बताया कि छात्रों ने इन बैरिकेड को तोड़ दिया और पूर्वान्ह्र लगभग साढ़े 11 बजे एआईसीटीई की तरफ मार्च करने लगे। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया। हाथों में तख्तियां लेकर छात्रों ने ‘‘दिल्ली पुलिस वापस जाओ’’ जैसे नारे लगाये और कुलपति एम जगदीश कुमार को एक ‘‘चोर’’ बताया। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल कार्यक्रम स्थल से बाहर नहीं आ पा रहे थे। एक अधिकारी ने बताया, ‘‘जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष और उपाध्यक्ष साकेत मून को एचआरडी मंत्री के लिए रास्ता दिये जाने के लिए छात्रों से बात करने को कहा गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से द्वार से हटने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।’’
#WATCH Delhi: Women police personnel push back girl students of JNU as the protest by Jawaharlal Nehru Students' Union (JNUSU), over different issues including fee hike, continues outside the university campus. pic.twitter.com/FahM7wi8VV
— ANI (@ANI) November 11, 2019
जेएनयूएसयू के पदाधिकारियों ने पोखरियाल से मुलाकात की और उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गौर किया जायेगा। बहरहाल, वे कुलपति से नहीं मिल सके। प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे,‘‘ हम कुलपति से मिलना चाहते हैं।’’ घोष ने कहा, ‘‘हमारे लिए यह ऐतिहासिक दिन है कि हमने बैरिकेड तोड़ दिये और कार्यक्रम स्थल पहुंचे और मंत्री से मुलाकात की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है। हम एचआरडी मंत्री से अनुरोध करते हैं कि वे कुलपति से छात्रों से बातचीत करने को कहे।’’ एचआरडी मंत्री ने वादा किया कि छात्र संघ को बैठक के लिए मंत्रालय बुलाया जायेगा। छात्र कुलपति से मिलना चाहते थे और उनकी मांग थी कि मसौदा छात्रावास मैनुअल को वापस लिया जाये जिसमें उनके अनुसार फीस वृद्धि, कर्फ्यू का वक्त और ड्रेस कोड जैसी पाबंदियों का प्रावधान है।छात्रों ने बताया कि सुबह शुरु हुआ यह प्रदर्शन छात्रावास के मैनुअल के विरोध के अलावा पार्थसारथी रॉक्स में प्रवेश पर प्रशासन की पाबंदी तथा छात्र संघ के कार्यालय को बंद करने के प्रयास के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों का ही हिस्सा है।
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