SAD ने राशन डिपो धारकों के लिए बीमा कवर, सुरक्षा प्रबंधों की मांग की

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सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘‘एक तरफ सरकार ने सभी नागरिकों को कोरोना वायरस से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखने और घरों में ही रहने की सलाह दी है, दूसरी ओर, सभी डिपो धारकों को कोई भी वित्तीय या शारीरिक सुरक्षा मुहैया कराए बिना राशन वितरित करने के कार्य में लगा दिया गया है।’’

चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को राज्य सरकार से मांग की कि वह पंजाब में जरूरतमंदों को राशन बांट रहे डिपो धारकों के लिए 50 लाख रुपए का बीमा कवर मुहैया कराए और उनकी सुरक्षा के प्रबंध करे। उन्होंने यहां एक बयान में कहा, ‘‘50 लाख रुपए का बीमा कवर और सुरक्षा के उचित प्रबंध डिपो धारकों को राज्य में 35 लाख नीले कार्ड धारकों के बीच गेहूं एवं दालों समेत केंद्रीय राहत वितरित करने में सक्षम बनाएंगे।’’ शिअद अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें गुरजिंदर सिंह सिद्धू के नेतृत्व में पंजाब राज्य डिपो धारक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि डिपो धारकों को जरूरतमंदों के बीच राशन वितरित करने का काम सौंपा गया है, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। 

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बादल ने कहा, ‘‘एक तरफ सरकार ने सभी नागरिकों को कोरोना वायरस से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखने और घरों में ही रहने की सलाह दी है, दूसरी ओर, सभी डिपो धारकों को कोई भी वित्तीय या शारीरिक सुरक्षा मुहैया कराए बिना राशन वितरित करने के कार्य में लगा दिया गया है।’’ सिद्धू ने राज्य सरकार के ‘‘बेरुखी भरे रवैये’’ की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘हमें यह घोषणा करते हुए दु:ख हो रहा है कि हम तब तक केंद्र की इस राहत को लोगों में नहीं बांट पाएंगे, जब तक हमारी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती।’’ उन्होंने सरकार से डिपो धारकों को 50-50 लाख रुपए का बीमा कवर मुहैया कराए जाने की मांग की। सिद्धू ने मांग की कि राज्य सरकार को 26,000 डिपो धारकों को अपना जीवन जोखिम में डालने के लिए बीमा कवर, चिकित्सकीय सुरक्षा और पीपीई किट मुहैया कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, हम चाहते हैं कि सरकार हमें गेहूं का वजन करने के लिए कर्मी और कुछ पुलिसकर्मी भी मुहैया कराए ताकि राशन लेने के लिए एकत्र हुए लोगों के बीच सामाजिक दूरी सुनिश्चित की जा सके।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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