भारत में सुधारों के बाद अवसरों और चुनौतियों को लेकर सैटकॉम इंडस्ट्री की बड़ी पहल

Satcom Industry on Opportunities and Challenges after Reforms in India

दो दिनों तक चलनेवाले इस वर्चुअल सम्मेलन में देश और विदेश से उद्योग जगत के दिग्गज हिस्सा लेंगे और सैटकॉम से जुड़े तमाम पहलुओं पर चर्चा करेंगे, इस सम्मेलन में स्टॉर्ट अप को अंतर्राष्ट्रीय बाजर से जोड़ने को लेकर, सैटेलाइट संचार में निजी भागीदारी तक सभी अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।

भारत में सुधारों के बाद अवसरों और चुनौतियों को लेकर सैटकॉम इंडस्ट्री की बड़ी पहल सैटेलाइट इंडस्ट्री एसोसिएशन (एसआईए- इंडिया) की ओर से आगामी 4 और 5 अगस्त को स्पेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। इसरो के समर्थन से आयोजित होने जा रहा ये सम्मेलन सभी हितधारकों को एक मंच दे रहा है जिसके जरिए वो एक साथ मिलकर स्पेसकॉम सेक्टर में मौजूद अवसरों और चुनौतियों को लेकर सकारात्मक चर्चा करेंगे। दो दिनों तक चलनेवाले इस वर्चुअल सम्मेलन में देश और विदेश से उद्योग जगत के दिग्गज हिस्सा लेंगे और सैटकॉम से जुड़े तमाम पहलुओं पर चर्चा करेंगे, इस सम्मेलन में स्टॉर्ट अप को अंतर्राष्ट्रीय बाजर से जोड़ने को लेकर, सैटेलाइट संचार में निजी भागीदारी तक सभी अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।

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इस सम्मेलन में सरकारी उपक्रमों ISRO, DOT, DOS, NSIL से जुड़े कई वरिष्ठ अधिकारी जहां अपना अनुभव साझा करेंगे वहीं अपनी राय भी रखेंगे। इस सम्मेलन में सैटेलाइट इंडस्ट्री और विज्ञान एवं तकनीकी से जुड़े दिग्गज जैसे श्री आर उमामहेश्वरण, सचिव, इसरो, डॉ ए एस किरण कुमार, पूर्व चेयरमैन इसरो, श्री डी राधाकृष्णन, निदेशक, NSIL, डॉ वी एस हेगड़े, पूर्व वैज्ञानिक सचिव और पूर्व सीएमडी, एंट्रिक्स, श्री आर शाक्या, डीडीजी, सैटेलाइट, DOT बतौर वक्ता नजर आएंगे। इनके साथ देश और विदेश के जाने-माने विशेषज्ञ भी अपनी राय रखेंगे। सैटेलाइट इंडस्ट्री एसोसिएशन के डायरेक्टर जनरल श्री अनिल प्रकाश के मुताबिक भारत अब ISRO और DOS के सहयोग और प्रयासों के कारण अंतरिक्ष में ऊंची छलांग लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है। ये समय इंडियन स्पेस स्टॉर्ट अप के लिए वरदान साबित होगा। उन्हें भारत में सुधारों के बाद सरकार की नीतियों और ग्लोबल सैटेलाइट कंपनियों से काफी फायदा मिलेगा।

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भारत सरकार का अंतरिक्ष विभाग हाल ही में ड्राफ्ट नेशनल स्पेश ट्रांस्पोर्टेशन पॉलिसी - 2020 लेकर आया है, इसके साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया गया है जो स्पेश एक्टिविटीज बिल के फाइनल प्रावधान पर काम कर रही है।एसआईए-इंडिया एक गैर लाभकारी संस्था है जिसका गठन भारत में कम्यूनिकेशन सैटेलाइट सिस्टम के हितों को ध्यान में रखकर किया गया है। एसआईए-इंडिया, सैटेलाइट ऑपरेटर्स, सैटेलाइट सिस्टम के साथ सरकार, रेगुलेटरी, नीति- निर्माताओं के साथ-साथ घरेलू और विदेशी मानक संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करता है। एसआईए- इंडिया सैटेलाइट कम्यूनिकेशन इंडस्ट्री की आवाज बुलंद करनेवाली इकलौती और सबसे बड़ी संस्था है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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