आरे पर SC के फैसले का स्वागत, महाराष्ट्र सरकार की जल्दबाजी निंदनीय: राकांपा
फिल्मकार अशोक पंडित ने भी छात्र कार्यकर्ताओं के पक्ष में उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने लिखा, ‘‘ पर्यावरण के रक्षकों के साथ खड़े होने के लिए उच्चतम न्यायालय का शुक्रिया। आरे को बचाएं। ’’ पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने हालांकि ट्विटर पर कटाक्ष किया कि आरे में पेड़ों का मामला कश्मीरियों की जिंदगी से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने लिखा, ‘‘ आरे पेड़, कश्मीरियों की जिंदगी।’’
मुम्बई। आरे कॉलोनी में ‘मेट्रो कार शेड’ बनाने के लिए पेड़ों की कटाई रोकने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने सोमवार को देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर ‘‘जल्दबाजी’’ करने का आरोप लगाया। राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने कहा, ‘‘ महाराष्ट्र सरकार ने जिस तरह सप्ताहांत में पेड़ काटने में जल्दबाजी दिखाई, वह निंदनीय है।’’ सुले ने ट्वीट किया, ‘‘ आरे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत। हालांकि सबसे बड़ी चिंता कि बात महाराष्ट्र सरकार का उच्चतम न्यायालय में यह स्वीकार करना है कि अधिकतर पेड़ काटे जा चुके हैं।’’
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फिल्मकार अशोक पंडित ने भी छात्र कार्यकर्ताओं के पक्ष में उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने लिखा, ‘‘ पर्यावरण के रक्षकों के साथ खड़े होने के लिए उच्चतम न्यायालय का शुक्रिया। आरे को बचाएं। ’’ पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने हालांकि ट्विटर पर कटाक्ष किया कि आरे में पेड़ों का मामला कश्मीरियों की जिंदगी से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने लिखा, ‘‘ आरे पेड़, कश्मीरियों की जिंदगी।’’ उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को आरे कॉलोनी में ‘मेट्रो कार शेड’ बनाने के लिए पेड़ काटे जाने पर फिलहाल रोक लगा दी। न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की विशेष पीठ ने कहा कि वह पूरी स्थिति की समीक्षा करेंगे। साथ ही पीठ ने इस संबंध में दायर याचिका पर सुनवाई के लिए 21 अक्टूबर की तारीख नियत की।पीठ ने कहा, ‘‘अब कुछ भी ना काटें।’’
The Supreme Court decision on #Aarey is welcome. However what is worrying is the admission of the Maharashtra Govt in the SC that the necessary number of trees have already been cut. (1/2)
— Supriya Sule (@supriya_sule) October 7, 2019
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