हरित प्रौद्योगिकी में मदद करेगा स्वीडन, भारत के लिए अवसर: नीला विखे पाटिल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हालिया स्वीडन यात्रा से हरित प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच अधिक से अधिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हालिया स्वीडन यात्रा से हरित प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच अधिक से अधिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। स्वीडन के प्रधानमंत्री कार्यालय में राजनीतिक सलाहकार नीला विखे पाटिल ने यह बात कही है। उन्होंने बताया कि स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ मोदी की बातचीत काफी उपयोगी रही। नीला ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री पिछले सप्ताह नवोन्मेष और हरित प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से स्वीडन की यात्रा पर गये थे। हरित प्रौद्योगिकी पारस्परिक रूप से लाभप्रद साझेदारी के अवसरों को मजबूत करने और दोनों देशों के विकास के लिए है।
उन्होंने कहा कि मैं इस सहयोग में एक बड़ी संभावना देखती हूं। भारत में विश्वस्तरीय उत्कृष्ट इंजीनियर हैं और वे समस्याओं के समाधान पर बेजोड़ तरीके से लीक से हटकर सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वीडन एक बहुत बड़ा श्रम बाजार है और यह हरित प्रौद्योगिकी और महिलावादी नीतियों में सबसे आगे है तथा स्टार्टअप के लिए वहां एक पारदर्शी कर एवं नियमन का ढांचा है।
महाराष्ट्र के जाने माने शिक्षाविद अशोक विखे पाटिल की बेटी नीला ने कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि मोदी की यह यात्रा हरित प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी विघटन के एक नये दौर में भारत और स्वीडन के लिए सुनहरे भविष्य की बड़ी शुरूआत होगी। उन्होंने कहा कि भारत में धार्मिक और राजनीतिक उपद्रव का भी समाधान होना चाहिए। बिना लैंगिक समानता के हम कुछ हासिल नहीं कर सकते।
दिवंगत केन्द्रीय मंत्री बालासाहेब विखे पाटिल की पोती नीला ने कहा कि स्वीडन दुनिया का एक बड़ा महिलावादी देश है। उनका जन्म स्वीडन में हुआ और उनके शुरूआती जीवन के कुछ साल महाराष्ट्र के अहमदनगर में बीते थे।
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