दार्जिलिंग में हिंसा रोकने के लिए सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''स्थिति तनावपूर्ण है। सुबह से हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है लेकिन हम अत्यधिक सतर्कता बरत रहे हैं और किसी भी प्रकार की संभावित घटना के लिए तैयार हैं।''
दार्जिलिंग। दार्जिलिंग में आज सुबह साढ़े नौ बजे तक हिंसा की कोई घटना नहीं हुई लेकिन सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'स्थिति अब भी तनावपूर्ण है। सुबह से हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है लेकिन हम अत्यधिक सतर्कता बरत रहे हैं और किसी भी प्रकार की संभावित घटना के लिए तैयार हैं।' इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं और सुरक्षा बल पूर्ण बंद के पांचवें दिन सड़कों पर गश्त कर रहे हैं। इस बंद का आह्वान गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने किया है। जीजेएम पृथक गोरखालैंड के लिए आंदोलन चला रहा है।
दार्जिलिंग में इंटरनेट सेवाएं रविवार सुबह से निलंबित हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जीजेएम कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर संदेश एवं भड़काऊ पोस्ट फैलाने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। कलिमपोंग में रविवार को एक सार्वजनिक पुस्तकालय, दो पंचायत कार्यालयों तथा एक पुलिस वाहन को आग लगा दी गयी। जीजेएम कार्यकर्ताओं ने पार्टी के दो समर्थकों के शवों के साथ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि उनकी मौत 17 जून को पुलिस गोलीबारी में हुयी है। पुलिस ने सरकार और जीटीए के कार्यालयों के बाहर तथा पहाड़ियों में आने और निकलने के विभिन्न स्थानों पर चौकियां एवं अवरोधक लगाए हैं। दार्जिलिंग में दवाखानों को छोड़कर सभी अन्य दुकानें एवं होटल बंद हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दो दिनों में दूसरी बार रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत की और प्रदर्शनकारियों से हिंसा का सहारा नहीं लेने तथा किसी मुद्दे के हल के लिए बातचीत की खातिर आगे आने की अपील की।
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