भारत में ओमीक्रोन के 17 और मामलों का पता चला; दिल्ली, राजस्थान में पहली बार मामले आए

Omicron Variant

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि , ‘‘विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर जनवरी-फरवरी में आ सकती है। यदि हर कोई मास्क पहनता है, तो इसे रोका जा सकता है।’’

जयपुर/मुंबई/नयी दिल्ली| भारत में रविवार को कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के 17 और मामले सामने आए जिनमें नौ मामले राजस्थान की राजधानी जयपुर में, सात महाराष्ट्र के पुणे जिले में और एक मामला दिल्ली का है।

इसके साथ ही देश में ओमीक्रोन के मामलों की कुल संख्या 21 हो गई है। जो लोग संक्रमित पाए गए हैं उनमें से अधिकतर हाल में अफ्रीकी देशों से आए हैं या इस तरह के लोगों के संपर्क में थे।

इसके साथ ही चार राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी में ज्यादा संक्रामक स्वरूप के मामले सामने आए हैं। जयपुर में जो नौ लोग संक्रमित पाए गए हैं उनमें एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल हैं जो हाल में दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं।

राजस्थान के चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने बताया, ‘‘संक्रमित लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग से नौ लोगों के कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।’’ महाराष्ट्र के पुणे जिले में सात लोगों के कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।

एक स्वास्थ्य अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संक्रमितों में नाइजीरिया से आई महिला और उसकी दो बेटियां शामिल हैं। वह नजदीकी पिंपरी-चिंचवड इलाके में अपने भाई से मिलने आई है। अधिकारी ने बताया कि महिला का भाई और उसकी दो बेटियां भी ओमीक्रोन से संक्रमित पाई गई हैं। वहीं, पिछले महीने के आखिरी सप्ताह फिनलैंड से पुणे लौटे एक अन्य व्यक्ति के भी ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र में ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों की कुल संख्या आठ हो गई है।

राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘भारतीय मूल की 44 वर्षीय नाईजीरियाई महिला, उसकी 18 और 12 वर्ष की दो बेटियां 24 नवंबर को नाईजीरिया से यहां पिंपरी चिंचवड़ में अपने भाई से मिलने पहुंचीं।’’

समें बताया गया, ‘‘महिला, उसकी दोनों बेटियों, उसके 45 वर्षीय भाई और उसकी दो सात एवं डेढ़ वर्ष की बेटियां पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु संस्थान (एनआईवी) से दिए गए रिपोर्ट के मुताबिक ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित हैं।’’

इसमें बताया गया कि उनके संपर्क में आए 13 लोगों का पता लगाया गया है और उनकी जांच कराई गई है। देश में कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के दो मामले बृहस्पतिवार को कर्नाटक और बेंगलुरू में सामने आए थे। दोनों व्यक्तियों का पूरी तरह टीकाकरण हो चुका है।

शनिवार को गुजरात में 72 वर्षीय एक एनआरआई और महाराष्ट्र के ठाणे में 33 वर्षीय एक व्यक्ति को ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया था। तंजानिया से दिल्ली आया 37 वर्षीय एक पुरुष ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित पाया गया है और यह राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के इस नए स्वरूप से जुड़ा पहला मामला है।

अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि रांची के रहने वाले इस मरीज ने तंजानिया से दोहा की यात्रा की थी और फिर दो दिसंबर को कतर एयरवेज की उड़ान के जरिए वह दोहा से दिल्ली पहुंचा था। उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में करीब एक सप्ताह ठहरा था। अधिकारी ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति कोविड-रोधी टीके की दोनों खुराक ले चुका है।

लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मरीज का इस समय अस्पताल में उपचार किया जा रहा है और उसमें बीमारी के मामूली लक्षण हैं।

अधिकारी ने कहा, उसे रांची जाने के लिए दूसरे विमान में सवार होना था, जहां वह अपने परिवार के साथ रहता है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नमूने की जांच में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद हमने उसे नियमानुसार एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया।

इस बीच, अधिकारी उन 10 लोगों की पहचान करने के साथ ही उन्हें पृथक-वास में भेजने की तैयारी कर रहे हैं, जिन्होंने विमान में संक्रमित व्यक्ति के आसपास की सीट पर बैठकर यात्रा की थी।

उधर, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘‘अभी तक कोविड-19 के 17 मरीजों और उनके संपर्क में आए छह लोगों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए 12 में से एक नमूने में ओमीक्रोन स्वरूप पाया गया है।’’

चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने कहा, ‘‘मरीज भारतीय है और वह तंजानिया से आया है। उसके गले में सजून, बुखार और शरीर में दर्द जैसे संक्रमण के मामूली लक्षण है और उसे दो दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मरीज ने पिछले कुछ दिन में किन स्थानों की यात्रा की है, इसका पता लगाया जा रहा है और उसके संपर्क में आए लोगों से संबंधित जानकारी भी एकत्र की जा रही है।’’

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ओमीक्रोन स्वरूप को फैलने से रोकने का सबसे प्रभावी तरीका अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को प्रतिबंधित करना है।

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा बताया जा रहा है कि ओमीक्रोन स्वरूप के पूरी तरह असर दिखाने में वायरस के अन्य स्वरूपों की तुलना में अधिक समय लग सकता है। इसका अर्थ है कि हवाई अड्डे पर जांच के दौरान संक्रमित व्यक्ति में संक्रमण का पता नहीं चलने की संभावना है। सभी मामले इससे प्रभावित अन्य देशों से जुड़े हैं। केंद्र सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।’’

जैन ने कहा कि इस बात की 99 प्रतिशत संभावना है कि मास्क ‘‘कोविड-19 के सभी स्वरूपों से लोगों का बचाव कर सकता है-भले ही वह अल्फा हो, बीटा हो, डेल्टा हो या ओमीक्रोन हो।’’

उन्होंने कहा, ‘‘विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर जनवरी-फरवरी में आ सकती है। यदि हर कोई मास्क पहनता है, तो इसे रोका जा सकता है।’’

केंद्र सरकार के अनुसार जिन देशों को ‘‘खतरे’’ वाले देशों की सूची में डाला गया है उनमें ब्रिटेन सहित यूरोपीय देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरिशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग, इजराइल शामिल हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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