वीडियो शेयर कर बोले राहुल: यह ‘कमांडर इन थीफ़’ का दुखद सच है
नरेंद्र मोदी सरकार ने ओलांद के कथित बयान को खारिज करते हुए कहा है कि दसाल्ट ने रिलायंस डिफेंस का चयन किया और इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे के संबंध में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के एक कथित बयान को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर निशाना साधा और एक फ्रांसीसी पत्रकार का वीडियो जारी कर कहा कि ‘‘यह कमांडर इन थीफ़ के बारे में दुखद सच है।’’
The sad truth about India's Commander in Thief. pic.twitter.com/USrxqlJTWe
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 24, 2018
गांधी ने ट्विटर पर जो वीडियो शेयर किया है कि उसमें फ्रांसीसी पत्रकार ‘मीडियापार्ट’ वेबसाइट की एक उस रिपोर्ट का उल्लेख कर रहा है जिसमें ओलांद के हवाले से कथित तौर पर यह कहा गया है कि राफेल विमान सौदे में दसाल्ट के ‘ऑफसेट साझेदार’ के तौर पर अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस का नाम प्रस्तावित किया था और ऐसे में फ्रांस के पास कोई विकल्प नहीं था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह कमांडर इन थीफ़ के बारे में दुखद सच है।’’ उधर, नरेंद्र मोदी सरकार ने ओलांद के कथित बयान को खारिज करते हुए कहा है कि दसाल्ट ने रिलायंस डिफेंस का चयन किया और इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
दरअसल, गांधी और कांग्रेस पिछले कई महीनों से आरोप लगाते आ रहे हैं कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में विमानों की दर को लेकर बनी सहमति की तुलना में बहुत अधिक है। इससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया और एचएएल से ठेका लेकर रिलायंस डिफेंस को दिया गया।
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