शिरोमणि अकाली दल ने CM अमरिंदर से की अपील, कहा- मक्का किसानों की मदद करे सरकार

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पूर्व मंत्री मलूका ने कहा कि दोआबा क्षेत्र में किसान मक्का की फसल 700 रुपये और 800 रुपये प्रति क्विंटल के बीच बेचने के लिए मजबूर हुए, जबकि मक्का के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,850 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया था।

चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मक्के के उन किसानों की मदद करने की शुक्रवार को अपील की, जो अपनी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बेचने के लिए मजबूर हुए। शिअद किसान प्रकोष्ठ के प्रमुख सिकंदर सिंह मलूका ने सुझाव दिया कि राज्य सरकार को परेशान किसानों से मक्का खरीदने के लिए मार्कफेड और राज्य खरीद एजेंसियों को निर्देश देना चाहिए। यहां एक बयान में, पूर्व मंत्री मलूका ने कहा कि दोआबा क्षेत्र में किसान मक्का की फसल 700 रुपये और 800 रुपये प्रति क्विंटल के बीच बेचने के लिए मजबूर हुए, जबकि मक्का के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,850 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया था। 

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उन्होंने कहा कि विपणन सहकारी संघ मार्कफेड के साथ-साथ अन्य खरीद एजेंसियों को बाजार में प्रवेश करना चाहिए और मक्का की दरों को बढ़ाने के लिए उपज की खरीद करनी चाहिए। सरकार, बाजार समितियों को भी साथ ला सकती है और उन किसानों के नामों की सूची भेज सकती है, जो अपनी उपज को कम दरों पर बेचने के लिए मजबूर हुए थे, ताकि मूल्य अंतर का भुगतान उन्हें केंद्र सरकार की मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के अनुसार किया जा सके। मलूका ने कहा कि केंद्र ने मूल्य समर्थन योजना के लिए 15,000 करोड़ रुपये का आवंटन रखा था और यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि कांग्रेस सरकार पीड़ित किसानों की मदद करने के लिए इसका लाभ नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और हरियाणा सरकारों ने पहले ही पीएसएस का लाभ उठाया है और सुनिश्चित किया कि मक्का, सरसों और बाजरा सहित अपने उत्पाद कम दाम पर बेचने वाले किसानों को एमएसपी के अनुसार मुआवजा दिया जाये।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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