विकास के एजेंडे से ध्यान भटकाने के लिए शिवसेना उठा रही है अयोध्या मुद्दा: लोजपा
लोजपा और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जदयू ने शिवसेना समेत हिंदुत्ववादी संगठनों की इस मांग का विरोध किया है कि नरेंद्र मोदी सरकार अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए कानून लाए।
नयी दिल्ली। शिवसेना पर प्रहार करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने सोमवार को कहा कि वह लोगों का ध्यान सरकार के विकास एजेंडे से भटकाने के लिए राममंदिर मुद्दा उठा रही है, अन्यथा ‘तथाकथित हिंदू पार्टी’ भगवान राम के क्षेत्र से मुम्बई आने वाले उत्तर भारतीयों को अपमान ही तो करती है। लोजपा नेता चिराग पासवान का प्रहार ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा कैसे अयोध्या में राममंदिर निर्माण कर सकती है जब लोजपा और जदयू जैसे उसके सहयोगी उसका विरोध कर रहे हैं। शिवसेना भी भाजपा की सहयोगी है लेकिन लंबे समय से वह कई मुद्दों पर भाजपा पर निशाना साधती रहती है।
एन॰डी॰ए में तथाकथित हिंदुत्व की राजनीति करने वाले एवं उत्तर भारतियों को निशाने पर रखने वाली शिव सेना चुनाव से ठीक पहले देश का ध्यान विकास के कामों से भटकाने में लगी है।पौने पाँच वर्ष गुज़र जाने के बाद अब अयोध्या की याद आरही है और आज वे एल॰जे॰पी॰ और जे॰डी॰यू॰ पर ऊँगली उठा रहे है।
— Chirag Paswan (@ichiragpaswan) January 14, 2019
लोजपा और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जदयू ने शिवसेना समेत हिंदुत्ववादी संगठनों की इस मांग का विरोध किया है कि नरेंद्र मोदी सरकार अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए कानून लाए। वैसे तो भाजपा ने इस बात पर जोर दिया है कि वह चाहती है कि यह मंदिर यथाशीघ्र बने लेकिन उसने संकेत दिया कि वह इस मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार करेगी।
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पासवान ने कहा, ‘‘राजग में तथाकथित हिंदुत्व राजनीति करने वाली और हमेशा ही उत्तर भारतीयों को निशाना बनाने वाली शिवसेना देश का ध्यान विकास के कार्यों से भटका रही है। वह सरकार के चार साल नौ महीने बीत जाने के बाद अयोध्या को याद करती है तथा लोजपा एवं जदयू पर अंगुली उठाती है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह तथाकथित हिंदू पार्टी भगवान राम के क्षेत्र से मुम्बई पहुंचने वाले उत्तर भारतीयों को अपमानित करती है और तब उसे भगवान राम से ज्यादा मराठी वोट बैंक की फिक्र होती है।
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