सोनिया गांधी ने कश्मीर घाटी में शांति की अपील की
कश्मीर में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प में 47 लोगों के मारे जाने पर सोनिया ने ‘‘दुख’’ जताया और लोगों से अपील की कि टकराव का रास्ता छोड़कर शांति का मार्ग अपनाएं।
श्रीनगर। कश्मीर में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प में 47 लोगों के मारे जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज ‘‘दुख’’ जताया और लोगों से अपील की कि टकराव का रास्ता छोड़कर शांति का मार्ग अपनाएं। हिज्बुल मुजाहिद्दीन के शीर्ष आतंकी बुरहान वानी के आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से घाटी में हिंसक झड़पें हुईं। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के एक प्रवक्ता ने यहां कहा, ‘‘लोगों के मारे जाने और घायल होने पर दुख जताते हुए सोनिया ने लोगों से अपील की कि टकराव का रास्ता छोड़कर शांति की राह अपनाएं।’’
प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने जेकेपीसीसी प्रमुख जीए मीर से मुलाकात के दौरान यह बयान दिया, जिन्होंने दिल्ली में आज उनके आवास पर उनसे मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘मीर ने सोनिया से उनके आवास पर मुलाकात की और घाटी में वर्तमान में चल रही अशांति से उन्हें अवगत कराया।’’ उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने राज्य में सामाजिक, राजनीतिक परिदृश्य और लोक महत्व के अन्य मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘‘मीर ने घाटी में प्रदर्शन के दौरान लोगों के मारे जाने से भी सोनिया को अवगत कराया।’’ कश्मीर में तनाव बरकरार है। हालांकि राज्य में स्थिति में सुधार आने के साथ अनंतनाग को छोड़कर अन्य स्थानों से आज कर्फ्यू हटा लिया गया। घाटी के कुछ हिस्सों में बुधवार को कर्फ्यू फिर लगा दिया गया था ताकि कुलगाम जिले की तरफ अलगाववादियों के मार्च को रोका जा सके। अलगाववादियों के हड़ताल के आह्वान के मद्देनजर आज लगातार 20वें दिन जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। स्कूल, कॉलेज और व्यावसायिक प्रतिष्ठान आज बंद रहे जबकि सार्वजनिक वाहन भी सड़कों पर नहीं उतरे। हिंसा में तीन हजार सुरक्षाकर्मियों सहित कम से कम 5500 लोग घायल हुए हैं।
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