कश्मीर में सख्ती जारी, हिरासत में 500 से ज्यादा राजनीतिक कार्यकर्ता और नेता
नई रिपोर्टो के मुताबिक, श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में अस्थायी हिरासत केंद्र तथा बारामूला एवं गुरेज में अन्य ऐसे केंद्रों में करीब 560 कार्यकर्ताओं को हिरासत में रखा गया है।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र के फैसले के बाद से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत 500 से ज्यादा राजनीतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर और घाटी के अन्य हिस्सों में राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
#JammuAndKashmir: Latest visuals from Jammu as people move about for essential work. pic.twitter.com/sXBehw5tG4
— ANI (@ANI) August 8, 2019
नई रिपोर्टो के मुताबिक, श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में अस्थायी हिरासत केंद्र तथा बारामूला एवं गुरेज में अन्य ऐसे केंद्रों में करीब 560 कार्यकर्ताओं को हिरासत में रखा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला तथा पूर्व मुख्यमंत्री तथा पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती को गुपकर रोड पर हरि निकास में हिरासत में रखा गया है। उन्होंने बताया कि घाटी में पाबंदियों के बीच नूरबाग इलाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई। कुछ युवा कर्फ्यू को लेकर भ्रम की स्थिति की वजह से इलाके में जमा हो गए जिन्हें सीआरपीएफ के कर्मियों ने भगा दिया।
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उन्होंने बताया कि युवक अद्धसैनिक बलों से बचने के लिए झेलम नदी में कूद गया और डूब गया। इलाके में प्रदर्शन हुआ जो लाठीचार्ज के बाद खत्म हो गया जिसमें छह लोग जख्मी हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कर्फ्यू घोषित नहीं किया गया है लेकिन प्रशासन ने सीआरपीसी की धारा 144 लागू की हुई है जिसके तहत एक इलाके में पांच लोग इकट्ठा नहीं हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि समूची घाटी से इस तरह के संघर्षों की रिपोर्टें हैं। संचार माध्यमों पर रोक की वजह से उनका विवरण पता नहीं चला है।
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