बल्लाकांड पर बोलीं सुमित्रा महाजन, मैं इस बर्ताव को अच्छा कैसे मान सकती हूँ?

sumitra-mahajan-on-akash-vijayvargiya
[email protected] । Jul 15 2019 8:23PM

उन्होंने बल्ला काण्ड से जुड़े अलग-अलग प्रश्नों पर आकाश का नाम लिये बगैर कहा, अब ऐसा होता है न..एक मां के दो-तीन बच्चे रहते हैं। (इनमें से) कोई कैसा रहता है, तो कोई कैसा रहता है।

इंदौर। भाजपा विधायक आकाश विजयर्गीय द्वारा यहां एक सरकारी अधिकारी को क्रिकेट के बल्ले से सरेआम पीटे जाने के बहुचर्चित मामले में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सोमवार को मीडिया से प्रतिप्रश्न करते हुए कहा कि वह युवा विधायक के इस बर्ताव को अच्छा कैसे मान सकती हैं? यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा विधायक द्वारा इंदौर नगर निगम के एक भवन निरीक्षक को बल्ले से पीटने के बर्ताव को सही ठहराया जा सकता है, महाजन ने संवाददाताओं से कहा, क्या आप (मीडिया) इस व्यवहार को अच्छा मानेंगे? जब आप (इस बर्ताव को) अच्छा नहीं मानेंगे, तो मैं इसे अच्छा कैसे मान सकती हूं?  

इसे भी पढ़ें: ये हैं वो 5 घटनाएं जिन्होंने मोदी-शाह के नेतृत्व को किया है शर्मसार

उन्होंने बल्ला काण्ड से जुड़े अलग-अलग प्रश्नों पर आकाश का नाम लिये बगैर कहा,  अब ऐसा होता है न..एक मां के दो-तीन बच्चे रहते हैं। (इनमें से) कोई कैसा रहता है, तो कोई कैसा रहता है। लेकिन मां तो अपने सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा ही देती है।  भाजपा की वरिष्ठतम नेताओं में शामिल महाजन ने कहा, ऐसा है कि जब बेटा कोई गलती करता है, तो पहले मां खुद सोचती है कि क्या उसके द्वारा बेटे को संस्कार देने में कोई गलती हो गयी? मां बेटे को सुधारती भी है। अगर उसे बेटे को डांटना है, तो वह उसे डांटती भी है। मगर जरूरी नहीं कि बेटे के गलती करने पर उसे सबके सामने ही डांटा जाये। मगर हां, जो गलत है, उसको गलत तो कहना पड़ेगा। 

इसे भी पढ़ें: आतंकवाद का कोई राइट या लेफ्ट नहीं होता, आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद होता है: अमित शाह

गौरतलब है कि बल्ला काण्ड की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के संसदीय दल की बैठक में पार्टी नेताओं को कड़े शब्दों में नसीहत दी थी। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने इस बैठक में सख्त लहजे में कहा था कि बेटा किसी का भी हो, पार्टी में मनमानी नहीं चलेगी। शहर के गंजी कम्पाउंड क्षेत्र के एक जर्जर मकान को ढहाने की मुहिम के विरोध के दौरान 26 जून को बड़ा विवाद हुआ था। इस दौरान आकाश विजयवर्गीय (34) ने इंदौर नगर निगम के एक भवन निरीक्षक को क्रिकेट के बल्ले से पीट दिया था। शहर के क्षेत्र क्रमांक-तीन की विधानसभा में नुमाइंदगी करने वाले आकाश, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। भाजपा विधायक बल्ला काण्ड में गिरफ्तारी के बाद जिला जेल से जमानत पर रिहा हुए थे।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़