खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही करें: योगी आदित्यनाथ
विभिन्न गड़बड़ियों के मद्देनजर अब तक 623 विक्रेताओं का लाइसेंस निलम्बित किया गया है, जबकि 517 विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है।
उन्होंने कहा कि खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध रासुका के अन्तर्गत भी कार्यवाही करें। गौरतलब है कि रविवार को उत्तर प्रदेश में खाद की बढ़ती किल्लत के बीच राज्य में खाद की दुकानों के औचक निरीक्षण कर अब तक 623 विक्रेताओं का लाइसेंस निलम्बित करने के साथ-साथ उनमें से 35 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को बताया था कि राज्य में अब तक खाद की कुल 9,747 दुकानों का औचक निरीक्षण करते हुये 3287 नमूने लिए गए। विभिन्न गड़बड़ियों के मद्देनजर अब तक 623 विक्रेताओं का लाइसेंस निलम्बित किया गया है, जबकि 517 विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है।कार्यक्रमों और आयोजनों की ब्रांडिंग करना और उन्हें एक इवेंट के रूप में प्रस्तुत करना, यह न केवल अपने प्रदेश के बारे में आमजन की भावनाओं को बदलने में बड़ा सहायक होता है अपितु पर्यटन की संभावनाओं को भी आगे बढ़ाने में सहायक होता है: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/iW6PqBVEKb
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 24, 2020
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उन्होंने बताया कि कालाबाजारी कर रहे 22 विक्रेताओं का लाइसेंस भी निरस्त किया गया जबकि 35 दुकानों से बिक्री प्रतिबंधित कर संबंधित के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। साथ ही 17 दुकानों को सील भी किया गया है जबकि 666 विक्रेताओं को चेतावनी दी गई है। कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी के मुताबिक प्रदेश में कहीं भी खाद की कमी नहीं है, बल्कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल 20 प्रतिशत अधिक खाद उपलब्ध है। साथ ही पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी से ज्यादा वितरण भी किया गया है।
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