कोरोना की चपेट में आने से पहले बोले थे तुलसीराम सिलावट, अपने जीवन में डर नाम की कोई चीज नहीं है

Tulsi Silawat Madhya Pradesh

कुछ पत्रकारों ने जब तुलसीराम सिलावट से पूछा था कि क्या उन्हें कोरोना वायरस से डर नहीं लगता? इस पर वह वीडियो में जवाब देते सुनायी पड़ रहे हैं, देखो, एक बात सुनो। अपने जीवन में डर नाम की कोई चीज नहीं है।

इंदौर। कोविड-19 की जद में आने के केवल चार दिन पहले मध्यप्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने महामारी के संक्रमण काल में उनके सघन दौरों को लेकर मीडिया के सवालों पर कहा था-‘‘अपने जीवन में डर नाम की कोई चीज नहीं है। सिलावट के इस बयान का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर सामने आया, जबकि उन्होंने मंगलवार देर रात ट्विटर पर खुद जानकारी दी कि वह और उनकी पत्नी कोविड-19 से संक्रमित पाये गये हैं। यह वीडियो शुक्रवार (24 जुलाई) का बताया जा रहा है, जब जल संसाधन मंत्री ने सांवेर क्षेत्र में चौपाल कार्यक्रम आयोजित करके ग्रामीणों की समस्याएं सुनी थीं और सरकारी अधिकारियों को इन्हें हल करने के निर्देश दिये थे। 

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इस कार्यक्रम के दौरान कुछ पत्रकारों ने सिलावट से पूछा था कि क्या उन्हें कोरोना वायरस से डर नहीं लगता? इस पर वह वीडियो में जवाब देते सुनायी पड़ रहे हैं, देखो, एक बात सुनो। अपने जीवन में डर नाम की कोई चीज नहीं है। सामने वाला (सिलावट) अपने जीवन का इतना बड़ा निर्णय लेते हुए मंत्री पद छोड़ दे, विधायक पद छोड़ दे, कांग्रेस छोड़ दे....वह डरता है क्या? उन्होंने आसमान की तरफ उंगली दिखाकर ईश्वर की ओर इशारा करते हुए कहा, वह सिर्फ एक चीज से डरता है। बयान देते वक्त अपने समर्थकों से घिरे सिलावट ने हालांकि दावा किया था कि वह सांवेर क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में अपने दौरों के समय कोविड-19 से बचाव के लिये मास्क पहन रहे हैं और एकदूसरे से दूरी बना रहे हैं।

इस बीच, कोविड-19 की रोकथाम के लिये इंदौर जिले के नोडल अधिकारी अमित मालाकार ने बताया कि जल संसाधन मंत्री और उनकी पत्नी में कोविड-19 के लक्षण नहीं हैं और दम्पति को उनके बंगले में ही पृथक-वास में रखा गया है। मालाकार ने बताया कि तय प्रोटोकॉल के तहत पिछले दिनों सिलावट के संपर्क में आये सभी लोगों की कोविड-19 की जांच करायी जायेगी। गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने की जानकारी देने से चंद घंटे पहले सिलावट ने मंगलवार को इंदौर के कलेक्टर कार्यालय के एनआईसी कक्ष से प्रदेश मंत्रिमंडल की आनलाइन बैठक में भाग लिया था। 

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सूबे में सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से सिलावट को सांवेर क्षेत्र के आगामी उपचुनावों में उम्मीदवारी के लिये पार्टी का चुनावी टिकट मिलना तय माना जा रहा है। इसके मद्देनजर वह पिछले कई दिनों से इस क्षेत्र के सघन दौरे कर रहे थे और कई लोगों से लगातार मिल रहे थे। सिलावट, भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के नेताओं में गिने जाते हैं। सिंधिया की सरपरस्ती में सिलावट समेत कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गयी थी। इस कारण कमलनाथ को 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आयी थी।

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