मोदी सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन का असर बरकरार, जनता की मुश्किलें बढ़ीं: कांग्रेस
सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक विरल आचार्य अपना कार्यकाल खत्म होने से छह महीने पहले इस्तीफा दे दिया। आचार्य का नाम उन विशेषज्ञों में शामिल थे जो भाजपा शासन को ‘सच का आइना’ दिखा रहे थे।
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने आर्थिक विकास के आंकड़ों और भारतीय रिजर्व बैंक के उप गवर्नर विरल आचार्य के इस्तीफे को लेकर सोमवार को सरकार पर आरोप लगाया कि उसके पिछले पांच वर्षों के आर्थिक कुप्रबंधन के कारण देश की जनता की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
The tremors of the massive mishandling of the economy in the past 5 years under BJP Govt which mastered the art of disruptive economic policy measures are still being felt.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 24, 2019
▪️List of Wilful Defaulters have gone to 8,582 in 2018-19
▪️Wilful Defaults have soared by 308%🔺
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पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा को फिर से जनादेश मिला है, लेकिन देश की आर्थिक बदहाली बरकरार है। पिछले पांच वर्षों में सरकार ने अर्थव्यवस्था का जिस तरह से कुप्रबंधन किया उसके झटके अभी महसूस किए जा रहे हैं।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘ देश औसत से कम मानसून, गंभीर जल संकट का सामना कर रहा है, निजी निवेश को बहुत प्रभावित हुआ है, ऐसे में जनता की आर्थिक मुश्किलें गहरा गई हैं।’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘भारतीय रिजर्व बैंक विरल आचार्य अपना कार्यकाल खत्म होने से छह महीने पहले इस्तीफा दे दिया। आचार्य का नाम उन विशेषज्ञों में शामिल थे जो भाजपा शासन को ‘सच का आइना’ दिखा रहे थे।’
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