बिहार में विपक्ष के भारत बंद का रहा असर, पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर मचाई उत्पात
बिहार में पेट्रोल - डीजल और रसोई गैस की बढती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस के सोमवार को बुलाए गए ''भारत बंद'' से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
पटना। बिहार में पेट्रोल - डीजल और रसोई गैस की बढती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस के सोमवार को बुलाए गए 'भारत बंद' से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस बंद को विपक्षी दलों का भी समर्थन प्राप्त है। पटना में कांग्रेस, राजद, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर, समाजवादी पार्टी, रांकपा, जन अधिकारी पार्टी और वामदलों के नेता और कार्यकर्ता सडकों पर उतरे तथा शहर के व्यस्तम चौराहे डाकबंगला चौराहा और ऐतिहासिक गांधी मैदान के निकट जेपी गोलंबर सहित शहर में कई स्थानों पर सडक मार्ग को अवरूद्ध कर दिया और प्रदर्शन किया। बंद समर्थकों ने राजेंद्रनगर रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे ट्रैक भी जाम कर दिया।
बंद के दौरान दौरान पटना में मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन की जन अधिकार पार्टी के समर्थकों द्वारा कई वाहनों के शीशे तोड देने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी ने इस कृत्य के पीछे बंद समर्थकों की भेस में आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं के होने का आरोप लगाया।
बंद के दौरान आज राजधानी पटना में शिक्षण संस्थानों के बंद होने के साथ सडक यातायात प्रभावित दिखा और दुकानदारों ने अपनी दुकाने बंद रखी। बंद समर्थकों ने प्रदेश के अन्य भागों मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, नालंदा, गया, लखीसराय, मुंगेर, मधेपुरा, बेगूसराय, शेखपुरा, बक्सर, सीवान , रोहतास सहित प्रदेश के अन्य जिलों में जगह जगह टायर जलाकर सडक और रेल यातायात को बाधित किया ।
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