हमारे जवानों के शौर्य, पराक्रम और शहादत को यह देश कभी भूल नहीं सकता: राजनाथ
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान 1965, 1971 और 1999 में भारत के साथ युद्ध लड़ा। इनमें हमारे जवानों ने जिस तरह से उसे धूल चटाई, उससे वह समझ गया कि वह भारत के साथ पूर्ण युद्ध और सीमित युद्ध नहीं लड़ सकता।
नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने करगिल युद्ध के विजय के 20 साल पूरा होने के अवसर पर शुक्रवार को जवानों के शौर्य और बलिदान को याद करते हुए कहा कि 1965, 1971 और 1999 में हारने के बाद पाकिस्तान को समझ में आ गया कि वह भारत के साथ पूर्ण और सीमित युद्ध नहीं लड़ सकता इसलिए वह अब छद्म युद्ध लड़ता है। करगिल विजय दिवस के अवसर पर जवानों की शहादत को याद करते हुए लोकसभा में सिंह ने कहा कि करगिल युद्ध के 20 साल पूरा हो गए और इस मौके पर देश में कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।उन्होंने कहा कि हमारे जवानों के शौर्य, पराक्रम और शहादत को यह देश कभी भूल नहीं सकता।
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रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान 1965, 1971 और 1999 में भारत के साथ युद्ध लड़ा। इनमें हमारे जवानों ने जिस तरह से उसे धूल चटाई, उससे वह समझ गया कि वह भारत के साथ पूर्ण युद्ध और सीमित युद्ध नहीं लड़ सकता। इसलिए वह छद्म युद्ध लड़ता है।उन्होंने कहा कि करगिल विजय दिवस पर देश और देश के बाहर रहने वाले भारतीय अपने जवानों की वीरता को याद कर रहे हैं।
Delhi: Defence Minister Rajnath Singh pays tribute at National War Memorial on 20th #KargilVijayDiwas. pic.twitter.com/PWssdObUJY
— ANI (@ANI) July 26, 2019
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