कोरोना और गरीबी के विरुद्ध संघर्ष में प्रदेश सरकार को कुछ सफलता भी मिल रही है: हेमंत सोरेन
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Apr 22 2020 3:32PM
मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए जहां हम जांच केंद्रों की संख्या बढ़ा रहें हैं वहीं हम अब रैपिड टेस्ट किट एवं पुल टेस्टिंग के माध्यम से और भी तेजी से बड़ी संख्या में जांच करेंगे।
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बुधवार को कहा कि अपने सीमित संसाधनों के बावजूद प्रदेश सरकार कोरोना वायरस संक्रमण और गरीबी से पूरी शक्ति से लड़ रही है और उसे कुछ सफलता भी मिल रही है। मुख्यमंत्री ने यहां जारी एक बयान में प्रदेश के समक्ष चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम यह संघर्ष मुख्यतः दो मोर्चों पर लड़ रहे हैं, पहला (कोरोना वायरस) संक्रमण एवं दूसरा भूख और गरीबी के विरुद्ध। अपने सीमित संसाधनों के बावजूद पूरी शक्ति से लड़ रहें है और कुछ सफलता भी मिल रही है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए जहां हम जांच केंद्रों की संख्या बढ़ा रहें हैं वहीं हम अब रैपिड टेस्ट किट एवं पुल टेस्टिंग के माध्यम से और भी तेजी से बड़ी संख्या में जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्साहवर्धक समाचार है कि हम अब तेजी से लोगों को संक्रमण मुक्त अर्थात् स्वस्थ भी कर रहे हैं। सोरेन ने कहा, ‘‘सभी से बस एक निवेदन है कि आपस में दूरी बनाएं, पर दिलों को जोड़े रखें। नकारात्मक शक्तियां नफरत फैला अपना हित साधने की कोशिश कर रही है। लेकिन उन्हें कामयाब नहीं होने देना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘याद रखें हम झारखंडी हैं, जिन्होंने कभी अंग्रेजों के समक्ष घुटने नहीं टेके थे तो बड़ी से बड़ी बाधा से भी हम अवश्य पार पा लेंगे।’’पूरे देश में चलने वाली इस अनूठी पहल को सुचारू रूप से चलाने के लिए झारखण्ड की मेरी माताओं-बहनों को अनेक-अनेक जोहार, धन्यवाद।
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) April 22, 2020
मुख्यमंत्री दीदी किचन तथा अन्य किचन के माध्यम से हमारी कोशिश है कि राज्य में न रहे कोई भूखा। https://t.co/RHHidIKghy
इसे भी पढ़ें: कोरोना को लेकर सभी एहतियाती कदम उठा रही है सरकार: सोरेन
उन्होंने कहा कि भूख के विरुद्ध मुख्यमंत्री दीदी किचन, पुलिस थानों में सामुदायिक रसोई, मुख्यमंत्री किचन के मॉडल को पूरे देश में सराहा जा रहा है। सबसे बड़ी बात है कि कोई भी झारखंडी आज भूखा नहीं सो रहा है। मुख्यमंत्री में कहा, ‘‘मैं राज्यवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि हर एक झारखंडी चाहे वो अन्य राज्यों में फँसे मजदूर, छात्र, कामगार या फिर व्यवसायी हों। उन तक मदद जरूर पहुंचेगी।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:
अन्य न्यूज़